खेती अगर व्यापार के तौर पर की जाए तो इससे अच्छी कमाई की जा सकती है। अब किसान भी परंपरागत खेती को छोड़कर कैश क्रॉप की तरफ रुख कर रहे हैं। उसी तरह आज हम बात कर रहे हैं एक ऐसे फूल की जिससे किसान जल्द ही अमीर बन सकते हैं। इस फूल का नाम है जिरेनियम। वैसे भी देश में खुशबूदार पौधों की खेती के लिए सरकार किसानों को प्रोत्साहित कर रही है। इसके लिए सरकार अपना ‘अरोमा मिशन’ चला रही है। जिरेनियम एक प्रकार का खुशबूदार पौधा है। इस पौधे को गरीबों का गुलाब भी कहा जाता है। तो आइये जानते है इसके बारे में. ….
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जिरेनियम की खेती
जिरेनियम के पौधे कहीं भी लगाए जा सकते हैं। हालांकि इसके लिए रेतीली दोमट मिट्टी ज्यादा उपयुक्त मानी जाती है। इन पौधों को बहुत कम पानी की जरूरत होती है। यानी कम बारिश वाले इलाके में भी इसकी खेती की जा सकती है। इसकी खेती के लिए हर तरह की जलवायु अच्छी मानी जाती है। लेकिन हल्की जलवायु और कम आर्द्रता इसकी अच्छी पैदावार के लिए सबसे अच्छी मानी जाती है। आप जिरेनियम के पौधे केंद्रीय औषधीय एवं पौधा संस्थान से खरीदकर अपने खेतों में लगा सकते हैं। इसकी खेती किसी भी परिस्थिति में की जा सकती है। इसकी खेती करके कम पैसों में किसान आसानी से अपना मुनाफा बढ़ा सकते हैं।
जिरेनियम से होने वाली कमाई
जिरेनियम की फसल लगाने में करीब 1 लाख रुपये का खर्च आता है। इसका तेल बहुत महंगे दामों में बिकता है। बाजार में ये लगभग 20,000 रुपये प्रति लीटर के भाव से बिकता है। इसके पौधे 4 से 5 साल तक पैदावार देते हैं। इस तरह हर साल लाखों रुपये की कमाई की जा सकती है। उत्तर प्रदेश के बदायूं, कासगंज, संभल जैसे कई जिलों के किसान इसकी खेती कर रहे हैं।
जिरेनियम से बनते है यह उत्पाद और यह होते है फायदे
जिरेनियम के फूलों से तेल निकाला जाता है, जिसका इस्तेमाल दवाओं में काम आने के अलावा कई अन्य कामों में भी किया जाता है। गेरानियम के तेल की खुशबू गुलाब के फूल जैसी होती है। इसका इस्तेमाल अरोमाथेरेपी, ब्यूटी प्रोडक्ट्स, परफ्यूम और खुशबूदार साबुन बनाने में किया जाता है।