देवरी, सागर (मध्यप्रदेश): मध्य प्रदेश के सागर जिले की जनपद पंचायत देवरी के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत जमानपुर परासिया में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा है। ग्रामीणों का दावा है कि पंचायत स्तर पर विकास कार्यों के नाम पर करोड़ों रुपये का घोटाला किया गया है, जिसके कारण गांव की मूलभूत सुविधाएं पूरी तरह से उपेक्षित हैं। ग्रामीणों ने इस मामले में उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।

विकास कार्यों में धांधली के आरोप
ग्रामीणों के अनुसार, प्रधानमंत्री आवास योजना और शौचालय निर्माण योजना में सबसे ज्यादा अनियमितताएं सामने आई हैं। आरोप है कि पात्र परिवारों को आवास नहीं मिल सके, जबकि अपात्र लोगों के नाम पर सरकारी राशि निकाल ली गई। इसी तरह, शौचालय निर्माण में भी केवल कागजी खानापूर्ति की गई है। जमीनी स्तर पर अधिकांश परिवारों को आज भी खुले में शौच करना पड़ रहा है।
बुनियादी सुविधाओं का अभाव
भ्रष्टाचार का असर गांव की बुनियादी सुविधाओं पर साफ दिखाई देता है। पीने के पानी की समस्या गंभीर बनी हुई है, जबकि हैंडपंप और नल-जल योजना के नाम पर भारी रकम खर्च की जा चुकी है। बरसात के मौसम में सड़कें कीचड़ और दलदल में बदल जाती हैं, जिससे आवागमन मुश्किल हो जाता है। नालियों की सफाई न होने से गंदगी और मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है, जिससे ग्रामीणों के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ रहा है।
शिकायतों के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं
ग्रामीणों ने कई बार पंचायत और जनपद पंचायत के अधिकारियों को इस संबंध में शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। उनका आरोप है कि शिकायत करने पर उन्हें धमकियों का सामना करना पड़ता है, जिससे कई लोग चुप रहने को मजबूर हैं। अब ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से जनसुनवाई और सीएम हेल्पलाइन का सहारा लिया है। उनका कहना है कि यदि मामले की निष्पक्ष जांच होती है तो बड़े घोटाले उजागर होंगे।
ग्रामीणों ने दोषी सरपंच, सचिव और संबंधित अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है ताकि गांव में वास्तविक विकास हो सके। ग्रामीणों का कहना है कि यदि जल्द ही इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो उनका पंचायत व्यवस्था पर से भरोसा उठ जाएगा।
रिपोर्ट: सोनू प्रजापति, एमपी जनक्रांति न्यूज़, देवरी (सागर)

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