हर सब्जी में उपयोग होती है यह चीज, इस फसल की खेती से किसानों की लाखों की कमाई, जानिए कैसे करे इसकी खेती

By
On:
Follow Us

Cumic Farming : परमपरागत खेती के साथ-साथ किसान भाई लोग मसालों की खेती भी करते है। जिससे उन्हें साल भर मुनाफा होता है। क्योकि मसाले का इस्तेमाल सभी रसोई घरो में प्राकृतिक रूप से किया जाता है। ऐसे में किसान ने व्यंजनों का स्वाद बढ़ाने वाले जीरे की खेती करना शुरू किया है, ये भी एक जरूरी मसाला है। इसके बिना सब्जी का स्वाद अधूरा लगता है। इसका यूज केवल सब्जियों में ही नहीं बल्कि आयुर्वेदिक-हर्बल दवाओं के रूप में भी किया जा सकता है।

यह भी पढ़े- मध्यप्रदेश के किसान ने सोयाबीन के भाव से परेशान होकर, 12 बीघा में खड़ी फसल पर चला दिया रोटावेटर, जानिए

जीरे का उत्पादन मुख्य रूप से यहाँ होता है

आपको बता दें, भारत में जीरे का उत्पादन मुख्य रूप से गुजरात और राजस्थान में होता है। देश के कुल उत्पादन का 28 प्रतिशत अकेले राजस्थान से होता है। कई बीमारियों के लिए भी जीरे का कई तरह से उपयोग किया जाता है। जैसे- पेट दर्द, मोटापा, पाचन और बवासीर, अस्थमा, अनिद्रा, त्वचा विकार, श्वसन संबंधी विकार और ब्रोंकाइटिस आदि। इसलिए इसकी डिमांड बाजार में ज्यादा रहती है जिससे किसानों को इसकी खेती से दोगुना मुनाफा होता है। तो आइये जानते है जीरे की खेती के फायदे के बारे में.

जीरे की खेती की बुवाई

जीरे की खेती के लिए उपयुक्त समय नवंबर माह के मध्य का होता है। इस हिसाब से जीरे की बुवाई 1 से लेकर 25 नवंबर के बीच कर देनी चाहिए। जीरे की बुवाई छिडक़ाव विधि से नहीं करते हुए कल्टीवेटर से 30 सेमी. के अंतराल में पंक्ति अनुसार करना चाहिए।

जीरे की खेती की सिचाई

सिंचाई जीरे की बुवाई के तुरन्त पश्चात एक हल्की सिंचाई कर देनी चाहिए। ध्यान रहे तेज बहाव के कारण बीज अस्त व्यस्त हो सकते हैं। दूसरी सिंचाई 6-7 दिन पश्चात करनी चाहिए। इस सिंचाई द्वारा फसल का अंकुरण अच्छा होता है तथा पपड़ी का अंकुरण पर कम असर पड़ता है।

यह भी पढ़े- बाजार में 5000 रुपये कुंटल बिकती है, यह है इसकी अधिक पैदावार वाली किस्मे और खेती के बारे में जानकारी

जीरे की खेती कमाई

जीरे की कीमत भी तेजी से बढ़ी है. फिलहाल बाजार में 100 ग्राम जीरा 100 से 120 रुपये में उपलब्ध है। उन्नत विधियों के उपयोग करने पर जीरे की औसत उपज 7-8 कुन्तल बीज प्रति हैक्टेयर प्राप्त हो जाती है। जीरे की खेती में लगभग 30 से 35 हजार रुपये प्रति हैक्टेयर का खर्च आता है। जीरे के दाने का 100 रुपये प्रति किलो भाव रहने पर 40 से 45 हजार रुपये प्रति हैक्टेयर का शुद्ध लाभ प्राप्त किया जा सकता है। अगर जीरे की खेती सही तरीके से की जाए तो इससे आसानी से लाखों की कमाई की जा सकती है. वर्तमान समय में भारत में मुख्य रूप से जीरे की RZ-19, GC-1, RZ 209 जैसी किस्मों की खेती की जाती है। अगर आप इसे करीब 32,000 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बेचते हैं। तो इस तरह आप 27 क्विंटल बेचकर 8.65 लाख रुपये तक कमा सकते हैं।

For Feedback - newsmpjankranti@gmail.com

Related News

Leave a Comment