आज के समय में किसान कम मेहनत और कम लागत में अधिक मुनाफा कमाने के लिए नए-नए विकल्पों की तलाश में हैं। कलौंजी की खेती इनमें से एक बेहतरीन विकल्प है। इसकी बढ़ती मांग और औषधीय गुणों के कारण यह किसानों के लिए एक सुनहरा अवसर है. कलौंजी की मांग बाजार में हमेशा रहती है और इसकी कीमत भी अच्छी मिलती है। इसकी खेती में ज्यादा लागत नहीं आती। आइये जानते है इसके बारे में. .
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कलौंजी की खेती के लिए आवश्यक चीजें
- बीज: अच्छे किस्म के कलौंजी के बीज
- मिट्टी: हल्की, उपजाऊ और अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी
- खाद: गोबर की खाद या कंपोस्ट
- पानी: नियमित रूप से पानी
- धूप: पूर्ण सूर्य का प्रकाश
कलौंजी की खेती का तरीका
- जमीन की तैयारी: खेती से पहले जमीन को अच्छी तरह से जोतें और समतल करें।
- बीज बोना: सर्दियों के मौसम में बीजों को सीधे खेत में बोएं। बीजों को मिट्टी में 1-2 सेंटीमीटर की गहराई तक दबाएं। बीजों के बीच 15-20 सेंटीमीटर की दूरी रखें।
- सिंचाई: नियमित रूप से सिंचाई करें, लेकिन ज्यादा पानी न दें।
- खरपतवार नियंत्रण: खेत में खरपतवारों को नियमित रूप से निकालें।
- कीट नियंत्रण: कीड़ों से बचाने के लिए जैविक कीटनाशकों का उपयोग करें।
- कटाई: फूल आने के बाद पौधे को काट लें और धूप में सुखाएं।
- बीज निकालना: सूखे पौधे से बीज निकाल लें।
कलौंजी की खेती से कमाई
कलौंजी की खेती से कमाई की अगर हम बात करे तो जानकारी के अनुसार प्रति हेक्टेयर खेत में कलौंजी की फसल लगाकर उन्नत किस्मों के जरिए 50 क्विंटल तक उत्पादन ले सकते हैं. बाजार में कलौंजी का भाव करीब 500 से 600 रु प्रति किलो होता है. बड़ी-बड़ी कृषि मंडियों में इसे 20000 से 25000 रु प्रति क्विंटल के भाव पर बेचा जाता है. इस प्रकार प्रति हेक्टेयर खेत में कलौंजी की फसल लगाकर किसान भाई आराम से लाखों की कमाई ले सकते हैं