महेश्वर रोड पर स्थित टोल टैक्स पर टोल वसूली को लेकर शनिवार सुबह एक बड़ा विवाद भड़क उठा। रतनपुर फाटे के पास हुए इस टोल विवाद में लोडिंग टेंपो में सवार महिला मजदूरों ने टोल कर्मचारियों पर मारपीट का गंभीर इल्ज़ाम लगाया है। घटना के बाद स्थानीय लोगों ने आक्रोशित होकर टोल बूथ पर तोड़फोड़ की और ‘जब तक रोड नहीं, तब तक टोल नहीं’ के नारे लगाते हुए धरना प्रदर्शन किया। यह मामला सड़क की खराब हालत और टोल वसूली के पुराने तनाव को दर्शाता है।
Highlights
- खरगोन के महेश्वर रोड, रतनपुर फाटे के पास टोल वसूली को लेकर शनिवार को विवाद भड़का।
 - कपास बिनने जा रही 12 महिला मजदूरों ने टोल कर्मचारियों पर मारपीट का आरोप लगाया।
 - आक्रोशित स्थानीय लोगों ने टोल बूथ पर तोड़फोड़ की; कंप्यूटर और कैमरे क्षतिग्रस्त किए गए।
 - पीड़ित महिलाओं की शिकायत पर अज्ञात टोल कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज।
 - सड़क दुर्घटना में मृत्यु की पिछली घटना के बावजूद सड़क की मरम्मत न होने से तनाव बरकरार है।
 
लोकेश कर्मा, खरगोन, 27 सितंबर 2025
खरगोन, मध्य प्रदेश: महेश्वर रोड पर टोल टैक्स का विवाद अब एक गंभीर संघर्ष का रूप ले चुका है। रतनपुर फाटे के पास एमपीआरडीसी टोल टैक्स पर शनिवार को हुई मारपीट और तोड़फोड़ ने एक बार फिर प्रशासन और टोल प्रबंधन के इंतज़ाम पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
इस विवाद के पीछे सड़क की बदहाली एक अहम वजह है। पिछली घटना में, 22 सितंबर को महेश्वर रोड पर गड्डों के कारण हुई सड़क दुर्घटना में एक 27 वर्षीय युवक की मौत हो गई थी, जिसके बाद 3.30 घंटे तक धरना प्रदर्शन हुआ था। उस वक्त भी प्रदर्शनकारियों की स्पष्ट माँग थी कि जब तक रोड की मरम्मत नहीं होती, टोल वसूली बंद होनी चाहिए। शुक्रवार को टोल वसूली फिर से शुरू हुई और शनिवार को यह विवाद हिंसा में बदल गया।

शनिवार सुबह, जानकी बाई समेत 12 महिलाएँ बड़वाह की ओर से लोडिंग टेंपो में सवार होकर काटकूट फाटे से कीठुद के खेत में कपास बिनने जा रही थीं। टोल बूथ पर पहुँचने पर चालक ने लोकल गाड़ी बताते हुए टोल देने से इनकार किया। इस पर टोल कर्मचारियों और यात्रियों के बीच विवाद शुरू हुआ।
जानकी बाई ने तफ़सील देते हुए बताया कि जब उन्होंने कर्मचारियों को समझाने की कोशिश की, तो एक कर्मचारी ने उनके साथ मारपीट की और उन्हें ज़मीन पर गिरा दिया। इस अमानवीय कार्रवाई से गुस्साई अन्य महिलाएँ भी आक्रोशित हो गईं। घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोग मौके पर पहुँचे और आक्रोश में टोल बूथ पर तोड़फोड़ कर दी। टोल मैनेजर प्रदीप शर्मा ने बताया कि कार्यालय के कांच, कंप्यूटर और कैमरे तोड़ दिए गए हैं।
पीड़ित महिलाओं की शिकायत पर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए अज्ञात टोल कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है ताकि सच्चाई सामने आ सके। एक सुरक्षा कर्मचारी को तो केबिन में बंद होना पड़ा, जिसे बाद में पुलिस ने अभिरक्षा में थाने ले जाकर राहत दी।
टोल प्रबंधन ने भी पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की बात कही है। टोल मैनेजर प्रदीप शर्मा ने इल्ज़ाम लगाया कि चालक ने अभद्र भाषा का प्रयोग किया और टोल पर काम करने वाली लड़कियों को भी मारा गया है।
सुबह करीब 11:30 बजे पीड़ित महिलाएं और स्थानीय लोग महेश्वर रोड टोल पर धरना देने पहुँचे। उन्होंने एक बार फिर ‘जब तक रोड नहीं, तब तक टोल नहीं’ के नारे लगाए। स्थानीय विशेषज्ञों का मानना है कि जब तक प्रशासन सड़क की मरम्मत का कोई ठोस इंतज़ाम नहीं करता, तब तक खरगोन के इस इलाक़े में तनाव बना रहेगा।
#MPJankrantiNews #JankrantiNews #MPJankranti #जनक्रांति #KhargoneToll #MaheshwarRoad #ViralViolence #TollTax
यह भी पढ़ें: Leh Violence: लद्दाख की ‘छठी अनुसूची’ मांग क्यों है इतनी अहम?
👉 ताज़ा अपडेट और स्थानीय खबरों के लिए जुड़े रहें MP Jankranti News के साथ।






