Lucknow, April 9, Jankranti News,: —– मौजूदा लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की वाराणसी सीट सबसे अहम है। वजह ये है कि यहां से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं. इस सीट से अन्य प्रमुख दलों के साथ एक ट्रांसजेंडर भी चुनाव लड़ रही है l
अखिल भारतीय हिंदू महासभा (ABHM) ने वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए वाराणसी लोकसभा उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। अखिल भारत हिंदू महासभा (ABHM) आगामी लोकसभा चुनाव में वाराणसी सहित उत्तर प्रदेश की 20 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है। अखिल भारत हिंदू महासभा (एबीएचएम) ने वाराणसी लोकसभा क्षेत्र में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए प्रमुख ट्रांसजेंडर महामंडलेश्वर हिमांगी सखी मां को अपना उम्मीदवार बनाया है। इस लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण में 1 जून को वाराणसी सीट पर मतदान होगा l
कांग्रेस पार्टी ने अपने उत्तर प्रदेश राज्य प्रमुख अजय रॉय को वाराणसी से मैदान में उतारा है। 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में 63 फीसदी वोटों से जीत हासिल की थी. अजय राय समाजवादी पार्टी की शालिनी यादव के बाद तीसरे स्थान पर रहे. आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और समाजवादी पार्टियां भारत गठबंधन के तहत मिलकर चुनाव लड़ रही हैं।
यही ‘महामंडलेश्वर हिमांगी सखी मां’ की पृष्ठभूमि है…….
भगवद गीता दुनिया में पहली ट्रांसजेंडर कथावाचक होने के लिए प्रसिद्ध है जो इसे वाक्पटुता से सिखाने में सक्षम थी। हिमांगी सखी मां का जन्म गुजरात के बड़ौदा में हुआ था। हिमांगी सखी मां का परिवार मुंबई चला गया क्योंकि उनके पिता फिल्म वितरक बन गए थे। हिमांगी सखी मां ने कुछ समय तक कॉन्वेंट स्कूल में पढ़ाई की। हिमांगी सखी मां ने अपने माता-पिता की मृत्यु के बाद हमारा स्कूल छोड़ दिया। कुछ फिल्मों में अभिनय कर चुकीं हिमांगी सखी मां हमारे लोकप्रिय टीवी शो में भी नजर आ चुकी हैं।
—- M Venkata T Reddy, News Editor, MP Janakranti News,