
वायुसेना और जिला प्रशासन के अफसर मौके पर पहुंच गए हैं। इस बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एयरफोर्स चीफ से बात की है। साथ ही मामले की जांच भी शुरू कर दी गई है। सूत्रों ने बताया कि वायुसेना प्रमुख ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को हादसे की जानकारी दी है। उन्होंने दोनों लड़ाकू विमानों के पायलटों के बारे में पूछा है। साथ ही वे पूरे घटनाक्रम पर नजर रख रहे हैं। बताया जा रहा है कि सुखोई जेट में दो और मिराज फाइटर में एक पायलट मौजूद था। मुरैना के पास दो पायलट मिल गए थे, जिन्हें ग्वालियर के एमएच अस्पताल लाया गया है।

वहीं, तीसरे पायलट की खोज के लिए वायुसेना ने एक हेलिकॉप्टर भेजा है। राजस्थान में भरतपुर के डीएसपी अजय शर्मा ने कहा कि हमें सुबह 10 से सवा 10 बजे के करीब एयरफोर्स के फाइटर जेट के क्रैश होने की सूचना मिली थी। घटनास्थल के नजदीक ही रेलवे स्टेशन भी है। हालांकि, मलबे को देखकर अभी यह पता नहीं चल पाया है कि यह कौन सा फाइटर प्लेन है। अभी तक इसके पायलट के बारे में भी जानकारी नहीं मिल पाई है। घटनास्थल पर इकट्ठे हुए ग्रामीणों के मुताबिक, आसमान में ही प्लेन में आग लग गई थी। देखते ही देखते जलता हुआ फाइटर जेट गिर गया।