Mahashivratri Mahakal Darshan: भक्तों के लिए सुबह 4 बजे से ही बाबा महाकाल के द्वार खुल जाएंगे, भक्त 45 मिनट में बाबा के दर्शन कर सकेंगे, चलेगी मुफ्त बस, जानें व्यवस्था

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दर्शन हेतु असुविधा से बचने के लिए श्रद्धालुगण प्रयोग करे निर्धारित मार्ग

Mahashivratri Mahakal Darshan: (रवि पाँचाल) महाशिवरात्रि की तैयारियों में जुटा प्रशासन, इस बार भीड़ नियंत्रण के लिए 12 कतार में प्रवेश की व्यवस्था। 18 फरवरी को महाशिवरात्रि का पर्व है और इस दिन उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में भक्तों का हुजूम उमड़ने वाला है। प्रशासन द्वारा लगभग 10 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद जताई गई है। महाकाल मंदिर समिति की ओर से इस संबंध में सभी व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई है ताकि श्रद्धालुओं को सुगमता के साथ बाबा के दर्शन करवाए जा सके। अगर आप भी महाकाल दर्शन करना चाहते हैं तो यहां पूरा प्लान देख सकते हैं।

उज्जैन में जब से महाकाल लोक का लोकार्पण हुआ है तब से यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा हो गया है। इसी को देखते हुए महाशिवरात्रि पर भी श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है। समिति द्वारा लगाए गए अनुमान के मुताबिक इस बार रिकॉर्ड तोड़ भक्त दर्शन के लिए पहुंचने वाले हैं।

उज्जैन पुलिस द्वारा महाशिवरात्रि पर्व पर श्रद्धालुओं के लिए दर्शन व्यवस्था हेतु जारी किया तय रूट।

श्रद्धालुगण के लिए मंदिर दर्शन व्यवस्था हेतु निर्धारित मार्ग

➡️ गौंड बस्ती

➡️ चारधाम

➡️ चारधाम होल्डअप

➡️ इंटरप्रिटेशन

➡️ इंटरप्रिटेशन होल्डअप

➡️ इंटरप्रिटेशन से नंदी द्वार

➡️ नंदी द्वार से मानसरोवर

➡️ मुख्य मंदिर

➡️ निर्गम द्वार

सीएम शिवराज ने कहा ‘मध्यप्रदेश में महाशिवरात्री का पर्व श्रद्धा और भक्ति के साथ बहुत धूमधाम से मनाया जायेगा। महाशिवरात्रि पर उज्जैन में श्रद्धालुओं के द्वारा 21 लाख दीप प्रज्ज्वलित किये जायेंगे। श्री महाकाल महालोक अलौकिक है और यहां प्रतिदिन लगभग 2 लाख लोग अपनी श्रद्धा का प्रकटीकरण करते हैं।’ इस बार 18 फरवरी को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा और ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए विशेष रूप से व्यवस्था की गई है। संभावना है कि दूर दूर से इस दिन यहां भक्तों का जमावड़ा लगेगा और इसे देखते हुए मंदिर प्रबंधन ने दर्शन के लिए सिंहस्थ महापर्व जैसे इंतजाम किए हैं। चार गेट से भक्तों को 12 कतारों के माध्यम से प्रवेश दिया जाएगा। बाहर निकलने के लिए तीन द्वार होंगे। भक्तों के लिए सुबह 4 बजे से ही बाबा महाकाल के द्वार खुल जाएंगे। श्रद्धालु भस्म आरती के दर्शन भी कर सकेंगे। भस्मारती में लिए आने वाले भक्तों को कार्तिकेय मंडपम से प्रवेश मिलेगा। इस दौरान यहां चलित दर्शन होंगे। मंदिर प्रशासन का कहना है कि उन्होने जिस तरह की व्यवस्था की है उससे 50 मिनट में ही भक्त महाकाल के दर्शन कर लेंगे।

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