एमबीबीएस सीट दिलाने के नाम पर ठगी करने वाला गिरोह मध्यप्रदेश में सक्रिय
पुणे: मेडिकल कॉलेज में दाखिले का झांसा देकर पुणे के एक व्यवसायी से 40 लाख रुपये की ठगी करने का मामला सामने आया है। इस धोखाधड़ी में शामिल आरोपियों की पहचान सुनील कुमार (45), सौरभ गुप्ता (40), विकास गुप्ता (28), रणधीर सिंह (30) और प्रियंका मिश्रा (25) के रूप में हुई है। यह ठग गिरोह पहले भी मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, गुजरात, कर्नाटक और महाराष्ट्र के छात्रों को अपना शिकार बना चुका है।
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कैसे हुई ठगी?
पुणे के हडपसर क्षेत्र के मगरपट्टा इलाके में रहने वाले 49 वर्षीय व्यवसायी ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि उन्होंने अगस्त 2024 में एक परिचित के माध्यम से इन आरोपियों से संपर्क किया था। आरोपियों ने उनकी बेटी का एडमिशन एक प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में कराने का वादा किया और भरोसा दिलाया कि उनके पास जरूरी कनेक्शन हैं।
व्यवसायी ने एडमिशन के लिए 60 लाख रुपये नकद और ऑनलाइन ट्रांसफर के जरिए दिए, लेकिन उनकी बेटी का दाखिला नहीं हुआ। जब व्यवसायी ने अपने पैसे वापस मांगे तो आरोपियों ने केवल 20 लाख रुपये लौटाए, जबकि बाकी 40 लाख रुपये हड़प लिए।
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आरोपियों का गिरोह कई राज्यों में सक्रिय
सौरभ गुप्ता और विकास सोनी (उर्फ विकास गुप्ता) ने अपने ठगी के नेटवर्क को मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, गुजरात, कर्नाटक और महाराष्ट्र तक फैला रखा है।
यह गिरोह पहले भी गिरफ्तार हो चुका है। 5 मार्च 2021 को लखनऊ एसटीएफ ने इन्हें ठगी के मामले में गिरफ्तार किया था, लेकिन जेल से बाहर आने के बाद इन्होंने फिर से ठगी का नया जाल बिछा दिया।
पुलिस जांच जारी
जब व्यवसायी को एहसास हुआ कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है, तो उन्होंने हडपसर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक संजय मोगले के मार्गदर्शन में सहायक निरीक्षक दीपक बारगे इस मामले की जांच कर रहे हैं। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है और अन्य पीड़ितों से भी आगे आकर शिकायत दर्ज कराने की अपील कर रही है।
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छात्रों और अभिभावकों के लिए चेतावनी
एमबीबीएस सीट दिलाने के नाम पर ठगी करने वाला गिरोह सक्रिय, कई राज्यों के छात्र बने शिकार
एमबीबीएस और मेडिकल पीजी में दाखिला दिलाने के नाम पर ठगी करने वाला एक बड़ा गिरोह सक्रिय है, जो छत्तीसगढ़, राजस्थान, गुजरात, कर्नाटक, महाराष्ट्र सहित कई राज्यों के छात्रों को अपना शिकार बना चुका है। इस गिरोह के मास्टरमाइंड सोरभ गुप्ता और विकास सोनी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
गिरोह का नेटवर्क और ठगी का तरीका
यह गिरोह छात्रों और उनके अभिभावकों को यह विश्वास दिलाता था कि वह उन्हें मेडिकल कॉलेजों में सीधे एडमिशन दिलवा सकते हैं। छात्रों से लाखों रुपये एडवांस लिए जाते थे और फर्जी प्रवेश पत्र दिखाए जाते थे। जब कुछ समय बाद भी छात्रों का एडमिशन नहीं होता, तो वे पैसे वापस मांगते थे, लेकिन गिरोह के सदस्य उन्हें धमकाने लगते थे।
गिरोह का नेटवर्क दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश आदि राज्यों में फैला हुआ था। पुलिस जांच में पता चला है कि यह गिरोह 15 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी कर चुका है। एसटीएफ उत्तर प्रदेश ने छापेमारी कर इस गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया और 26 लाख छात्रों का अनधिकृत डेटा भी बरामद किया है।
गिरफ्तार आरोपियों के नाम
- सौरभ कुमार उर्फ सौरभ गुप्ता – निवासी दुगापुर, थाना मुफस्सिल, जिला समस्तीपुर, बिहार। वर्तमान में लखनऊ में डायरेक्टर, राइज ग्रुप प्राइवेट लिमिटेड।
- डॉ. अजीतम मिश्रा – निवासी इंद्रानगर, लखनऊ। पूर्व में यूनिवर्सल कंसल्टिंग सर्विसेज का डायरेक्टर।
- विकास सोनी – निवासी संगम बिहार, नई दिल्ली। वर्तमान में लखनऊ में जनरल मैनेजर, राइज ग्रुप प्राइवेट लिमिटेड।
बरामदगी
गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने आरोपियों के पास से भारी मात्रा में दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स बरामद किए, जिनमें शामिल हैं:
- 03 लैपटॉप
- 30 मोबाइल फोन
- 02 हार्ड डिस्क
- 01 टाटा फोटॉन डोंगल
- 25 डायरी (छात्रों से हुई ठगी का हिसाब)
- 13 एटीएम कार्ड
- 26 लाख छात्रों का अनधिकृत डेटा
- 19,700 रुपये नकद
- 02 एसयूवी कार
पुलिस की अपील
पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि यदि किसी के साथ इस तरह की ठगी हुई है तो वे तुरंत संपर्क करें। यह गिरोह वर्षों से छात्रों को ठगने का काम कर रहा था, लेकिन अब पुलिस ने इनके नेटवर्क को ध्वस्त कर दिया है।
अगर आपके साथ भी ऐसा कुछ हुआ है, तो हमें संपर्क करें।