Milk Subsidy: हरियाणा में विधानसभा चुनाव होना है और तारीखों का ऐलान भी हो गया है ऐसे में इससे पहले यहाँ के मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक प्रोत्साहन योजना एक अत्यंत सराहनीय पहल है जो न केवल दुग्ध उत्पादकों के लिए बल्कि राज्य के समग्र विकास के लिए भी महत्वपूर्ण है। इस योजना के तहत किए गए हालिया बदलावों से राज्य में दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। अप्रैल, मई और जून, 2024 के लिए 35,000 दुग्ध उत्पादकों को 15.59 करोड़ रुपए की दूध सब्सिडी जारी की गई है। यह सब्सिडी दुग्ध उत्पादकों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने और दूध उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद करेगी। अंत्योदय परिवारों के सदस्यों के लिए दूध प्रोत्साहन राशि को बढ़ाकर 10 रुपए प्रति लीटर कर दी गई है. तो आइये जानते है इसके बारे में. ..
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हरियाणा के मुख्यमंत्री ने किया सम्बोधित
हरियाणा के मुख्यमंत्री ने आचार संहिता लगने से पहले चंडीगढ़ स्थित अपने आवास पर आयोजित एक कार्यक्रम में प्रदेश के दुग्ध उत्पादकों को संबोधित किया। इस भाषण में उन्होंने राज्य सरकार द्वारा पशुपालकों के कल्याण के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं और सुविधाओं के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने विशेष रूप से मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक प्रोत्साहन योजना के तहत दी जा रही सब्सिडी पर जोर दिया। मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 2022-23 में इस योजना के तहत 32.51 करोड़ रुपये और वर्ष 2023-24 में 39.37 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी गई। सरकार ने इस योजना को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए वर्ष 2024-25 से अनुदान राशि की सीमा को 6 महीने से बढ़ाकर एक साल कर दिया है।
प्रोत्साहन राशि बधाई गई
बता दे की सरकार ने अंत्योदय परिवारों को दी जाने वाली दूध पर प्रोत्साहन राशि को 5 रुपये से बढ़ाकर 10 रुपये प्रति लीटर कर दिया है। इस योजना के लिए सरकार ने इस वित्तीय वर्ष में 100 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। हरियाणा में 3300 सहकारी दुग्ध समितियों के माध्यम से किसानों से दूध की खरीद की जाती है। राज्य में 6 मिल्क प्लांट हैं जिनकी कुल प्रसंस्करण क्षमता 9.45 लाख लीटर प्रतिदिन है। और रेवाड़ी जिले में 5 लाख लीटर प्रतिदिन की क्षमता वाला एक नया दूध प्रसंस्करण संयंत्र स्थापित किया जा रहा है।