Monad University Affiliation Cancel News: फर्जी डिग्री घोटाले के बाद डीएम और एसपी ने शासन को विश्वविद्यालय की मान्यता खत्म करने की सिफारिश की है। यूपी की चार अन्य यूनिवर्सिटी भी जांच के दायरे में हैं।
हापुड़ में फर्जी डिग्री घोटाले के खुलासे के बाद मोनाड विश्वविद्यालय की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। एसटीएफ लखनऊ की छापेमारी में 1421 फर्जी डिग्रियां, मार्कशीट और ब्लैंक डॉक्युमेंट बरामद होने के बाद अब प्रशासन ने यूनिवर्सिटी की मान्यता रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
डीएम और एसपी ने शासन को भेजा पत्र
जिलाधिकारी अभिषेक पांडेय और एसपी ज्ञानंजय सिंह ने प्रमुख सचिव, उच्च शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर मोनाड यूनिवर्सिटी की मान्यता और पंजीकरण रद्द करने की सिफारिश की है। प्रशासन ने कहा है कि छात्र-छात्राओं के भविष्य से कोई समझौता नहीं किया जाएगा और शासन स्तर पर उनके लिए वैकल्पिक शिक्षा व्यवस्था की जाएगी।
“छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ कोई खिलवाड़ न हो, इसके लिए विश्वविद्यालय की मान्यता समाप्त करने के लिए शासन को पत्र भेजा गया है। शासन वैकल्पिक व्यवस्था करेगा।”
— अभिषेक पांडेय, डीएम, हापुड़
चार अन्य यूनिवर्सिटी भी रडार पर
मोनाड यूनिवर्सिटी में कार्रवाई के बाद खुलासा हुआ है कि उत्तर प्रदेश की चार अन्य यूनिवर्सिटियों में भी फर्जी डिग्री बनाने का नेटवर्क सक्रिय है। शासन ने इन संस्थानों की भी जांच शुरू कर दी है। यह मामला अब अंतरराज्यीय स्तर पर फैलता जा रहा है।
छात्रों के भविष्य पर संकट
फिलहाल मोनाड यूनिवर्सिटी में लगभग 6000 छात्र विभिन्न कोर्सों में पढ़ाई कर रहे हैं। मान्यता रद्द होने की सिफारिश के बाद छात्र असमंजस में हैं कि उनकी डिग्री और शिक्षा का भविष्य क्या होगा।
गिरफ्तार हुए 11 आरोपी
इस फर्जीवाड़े में यूनिवर्सिटी के चेयरमैन विजेंद्र सिंह समेत 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। छापे में बड़ी मात्रा में फर्जी डिग्री और दस्तावेज मिले हैं। जांच का दायरा अन्य राज्यों तक फैल चुका है और भविष्य में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।