मध्यप्रदेश में पहली बार कक्षा 9वीं के साथ ITI पाठ्यक्रम की शुरुआत: 10वीं पास करते ही विदेश में नौकरी के द्वार खुलेंगे

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मध्यप्रदेश सरकार ने शिक्षा क्षेत्र में अभूतपूर्व पहल करते हुए कक्षा 9वीं के साथ-साथ ITI (Industrial Training Institute) को जोड़ने की योजना लागू कर दी है। इस योजना का उद्देश्य तकनीकी कौशल और शैक्षिक शिक्षा को एक साथ प्रदान करना है, जिससे छात्र 10वीं पास करते ही रोजगारfähigkeit के साथ-साथ उच्च शिक्षा के विकल्प भी चुन सकें।

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योजना की मुख्य विशेषताएं

  • द्वैध पाठ्यक्रम
    छात्र अपनी 9वीं कक्षा की पढ़ाई के साथ-साथ ITI का कोर्स भी करेंगें। राज्य ओपन स्कूल (NIOS) के माध्यम से 9वीं और 10वीं की शैक्षणिक पढ़ाई के साथ ITI प्रशिक्षण दिया जाएगा।
  • ट्रेड विकल्प
    कुल आठ ट्रेड उपलब्ध हैं:
    • ईवी मैकेनिक (Electric Vehicle Mechanic)
    • प्लंबर (Plumber)
    • इलेक्ट्रिशियन (Electrician)
    • मेसन (Mason)
    • ड्रेस डिजाइनर (Dress Designer)
    • स्विंग टेक्नोलॉजी (Sewing Technology)
    • वायरमैन (Wireman)
    • रेफ्रिजरेशन एवं एसी (Refrigeration & AC Technician)
  • करियर विकल्प
    • 10वीं उत्तीर्ण करते ही नौकरी: पास आउट छात्र तुरंत रोजगार ग्रहण कर सकेंगे।
    • उच्च शिक्षा: छात्र चाहे तो 12वीं तक पढ़ाई जारी रखें अथवा सीधे इंजीनियरिंग में द्वितीय वर्ष (Second Year Lateral Entry) में प्रवेश ले सकेंगे।

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अंतरराष्ट्रीय रोजगार अवसर

शासन ने रूसी कंपनियों के साथ समझौते किए हैं, जिसके तहत सही ट्रेड में प्रशिक्षण प्राप्त छात्र रूस में मासिक ₹1 लाख से ₹1.5 लाख तक वेतन पर काम कर सकेंगे।

  • रूस में निर्माण और तकनीकी सेवा क्षेत्रों में ईवी मैकेनिक एवं मेसन ट्रेड की भारी माँग है।
  • रूसी पक्ष द्वारा प्रारंभिक 1.5 लाख जॉब ऑफर जारी किए जा चुके हैं, जिनमें चयनित छात्रों को प्रवास-नियोजन सहायता भी प्रदान की जाएगी।

संभावित लाभ

  1. आर्थिक सशक्तिकरण: परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होना अध्ययन में बाधा नहीं बन सकेगी।
  2. कौशल विकास: देश-विदेश दोनों स्थानों पर मांग वाले कौशल सीखने को मिलेंगे।
  3. शैक्षणिक निरंतरता: छात्र उच्च शिक्षा के साथ-साथ विशेषज्ञता हासिल कर सकेंगे।

चुनौतियाँ एवं आगे की राह

  • संरचनात्मक तैयारी: राज्य के आंकड़ों के मुताबिक, प्रायोगिक शिक्षा के लिए ITI केंद्रों में फैकल्टी एवं उपकरणों की कमी को दूर करना होगा।
  • फील्ड प्लेसमेंट: रूस जैसे गंतव्यों के लिए भाषा प्रशिक्षण एवं सांस्कृतिक अनुकूलन कार्यक्रम आवश्यक हैं।
  • समन्वय: शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार विभागों के बीच त्वरित समन्वय से ही इस योजना का अपेक्षित परिणाम मिल सकेगा।

मध्यप्रदेश सरकार की यह पायलट योजना आगामी सत्रों में अन्य ट्रेड एवं इंटरनेशनल पार्टनर्स के साथ विस्तारित की जा सकती है। इससे तकनीकी शिक्षा का स्वरूप बदलने के साथ ही राज्य के युवाओं को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने का अवसर मिलेगा।

ITI क्या है? पूरा विवरण, कोर्स, लाभ और करियर अवसर

इंडस्ट्रीयल ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट (ITI) एक सरकारी मान्यता प्राप्त व्यावसायिक शिक्षा संस्थान है, जहाँ तकनीकी एवं अप्रवासी कौशल (vocational skills) प्रदान किए जाते हैं। ITI का मुख्य उद्देश्य छात्रों को उद्योग-सम्बंधित प्रशिक्षण देकर उन्हें नौकरी-उन्मुख बनाना है।

ITI का पूरा नाम और महत्व

ITI का पूरा नाम: Industrial Training Institute
ITI भारत में कौशल विकास और रोजगार सृजन की दिशा में एक प्रमुख स्तंभ है, जो 8वीं, 10वीं अथवा 12वीं उत्तीर्ण छात्रों को व्यावसायिक प्रशिक्षण (technical and non-technical trades) उपलब्ध कराता है।

ITI कोर्स क्या होता है?

ITI कोर्स एक कौशल-उन्मुख प्रशिक्षण कार्यक्रम है, जिसकी अवधि छह महीने से दो वर्ष तक हो सकती है। कोर्स दो श्रेणियों में विभाजित हैं:

  • इंजीनियरिंग ट्रेड्स: Electrician, Fitter, Welder, Mechanic, Mason, Refrigeration & AC, Electric Vehicle Mechanic आदि
  • गैर-इंजीनियरिंग ट्रेड्स: Dress Designing, Sewing Technology, Bookbinding, परागण एवं अन्य क्षेत्रीय कौशल

ITI कोर्स का मुख्य उद्देश्य व्यावहारिक प्रशिक्षण (hands-on training) और सिद्धांत दोनों प्रदान करना है, ताकि छात्र उद्योग की वास्तविक ज़रूरतों के अनुरूप तैयार हों।

कौन छात्र दाखिला ले सकते हैं?

  • न्यूनतम योग्यता: कक्षा 8वीं या 10वीं उत्तीर्ण (ट्रेड पर निर्भर)
  • आयु सीमा: सामान्यतः 14–40 वर्ष, अनुसूचित वर्गों को आयु में छूट

ITI पूरा पाठ्यक्रम (Curriculum)

ITI पाठ्यक्रम में निम्न घटक शामिल हैं:

  • प्रायोगिक कक्षाएँ: वर्कशॉप, प्रयोगशाला
  • सैद्धांतिक कक्षाएँ: ट्रेड-विशेष विषय
  • गेस्ट लेक्चर्स एवं इंटर्नशिप: उद्योग सहभागिता

ITI कोर्स के पश्चात करियर विकल्प

  1. प्रत्यक्ष रोजगार: सरकारी (Railways, PWD, BSNL, PSUs) और निजी क्षेत्र (निर्माण, विनिर्माण, कृषि)
  2. विदेश में अवसर: रूस, मध्य पूर्व आदि देशों में तकनीशियन के रूप में ₹1,00,000–₹1,50,000 मासिक वेतन
  3. उच्च शिक्षा:
    • द्वितीय वर्ष डिप्लोमा: पोलिटेक्निक में Lateral Entry
    • स्नातक पाठ्यक्रम: B.Voc, इंजीनियरिंग में सीधा सेकंड ईयर प्रवेश
  4. स्व-रोजगार: यांत्रिक कार्यशाला, इंस्टालेशन एवं मेंटेनेंस सर्विसेज

ITI शिक्षा (ITI Education) के लाभ

  • तत्काल रोजगार संभावना: नौकरी-उन्मुख प्रशिक्षण से साक्षात्कार में बढ़त
  • कम अवधि, कम खर्च: स्नातक पाठ्यक्रम की तुलना में कम अवधि में कौशल प्रमाणन
  • उद्योग-अनुरूप पाठ्यक्रम: रोजगार की मांग अनुसार ट्रेड्स उपलब्ध
  • सरकारी मान्यता: NCVT/SCVT प्रमाणपत्र

ITI अध्ययन छात्रों को औद्योगिक कौशल और व्यावसायिक दक्षता प्रदान कर नौकरी सुनिश्चित करता है, साथ ही उच्च शिक्षा और विदेश में करियर विकल्प भी खोलता है। ITI full form, courses और education से जुड़ी जानकारी छात्रों को सही करियर निर्णय लेने में मदद करेगी।

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Arshad Khan

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