भोपाल। प्रदेश के लाखों छात्र-छात्राओं के लिए उच्च शिक्षा विभाग ने एक ऐतिहासिक फैसला लिया है। उन सभी विद्यार्थियों को राहत देते हुए, जो किसी वजह से अब तक कॉलेज में एडमिशन नहीं ले पाए थे, विभाग ने ग्रेजुएशन और पीजी में एडमिशन का अंतिम मौका दिया है। खाली पड़ी सीटों को भरने के लिए यह स्पेशल सीएलसी (कॉलेज लेवल काउंसलिंग) राउंड शुरू किया गया है, जो 1 सितंबर से 6 सितंबर तक चलेगा। यह मौका उन छात्रों के लिए संजीवनी की तरह है, जिन्हें मनचाहा कॉलेज या विषय नहीं मिल पाया था। अब वे सीधे कॉलेज जाकर “पहले आओ, पहले पाओ” के आधार पर अपनी सीट पक्की कर सकते हैं। यह कदम खासकर इंदौर, खंडवा, हरदा और बुरहानपुर जैसे जिलों के उन ग्रामीण विद्यार्थियों के लिए बेहद मददगार साबित होगा जो पहले के राउंड्स में पीछे रह गए थे।
क्या है यह स्पेशल सीएलसी राउंड और क्यों है यह इतना खास?
यह विशेष काउंसलिंग राउंड उन सभी छात्र-छात्राओं के लिए है जिन्होंने पहले के सीएलसी राउंड्स में भाग नहीं लिया था या एडमिशन नहीं ले पाए थे। उच्च शिक्षा विभाग का मानना है कि इस बार कोई भी योग्य विद्यार्थी एडमिशन से वंचित न रहे। यह राउंड पूरी तरह से पारदर्शी है और इसमें एडमिशन की प्रक्रिया बेहद सरल रखी गई है।
मुख्य बातें:
- सिर्फ एक कॉलेज में पंजीयन: इस राउंड में विद्यार्थी केवल एक ही कॉलेज में ऑनलाइन पंजीयन कर सकते हैं।
- सीधे कॉलेज जाएं: रजिस्ट्रेशन के बाद, छात्रों को सीधे संबंधित कॉलेज पहुंचना होगा।
- हाथों-हाथ एडमिशन: हेल्प सेंटर पर डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन कराने के बाद, उसी दिन फीस जमा कर तुरंत एडमिशन मिल जाएगा।
- समय-सीमा: फीस जमा करने की अंतिम तारीख 6 सितंबर को शाम 5 बजे तक है। इसके बाद कोई भी आवेदन मान्य नहीं होगा।
क्यों उठाया गया यह कदम? छात्रों को कैसे मिलेगा फायदा?
प्रदेश के कई सरकारी और निजी कॉलेजों में अभी भी ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन की हजारों सीटें खाली पड़ी हैं। उच्च शिक्षा विभाग ने इन सीटों को भरने और सभी विद्यार्थियों को मौका देने के लिए यह आखिरी कदम उठाया है। इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय से जुड़े कई कॉलेजों में खाली सीटों को भरने के लिए कॉलेज प्रशासन भी तैयारियों में जुटा हुआ है।
एक छात्र, अजय वर्मा, जो कि बुरहानपुर जिले से हैं, बताते हैं, “मैं पहले के राउंड में फॉर्म नहीं भर पाया था। मुझे लग रहा था कि अब मेरा साल बर्बाद हो जाएगा। इस खबर से मुझे बहुत राहत मिली है।” इसी तरह, हरदा की एक छात्रा प्रिया शर्मा कहती हैं, “मुझे अपना मनपसंद विषय नहीं मिल पाया था। अब मैं सीधे कॉलेज जाकर पता करूँगी कि क्या मेरे लिए कोई सीट खाली है।”
यह मौका सिर्फ शहरी छात्रों के लिए ही नहीं, बल्कि छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों के उन बच्चों के लिए भी है जो आर्थिक या तकनीकी परेशानियों के कारण पहले आवेदन नहीं कर पाए थे। यह विभाग की ओर से एक ऐसा कदम है जो शिक्षा को हर बच्चे तक पहुंचाने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
Q1: क्या यह आखिरी मौका है?
हाँ, इसके बाद कोई और राउंड नहीं आएगा।
Q2: क्या मैं एक से ज्यादा कॉलेज में एडमिशन ले सकता हूँ?
नहीं, एक विद्यार्थी केवल एक ही कॉलेज में एडमिशन ले सकता है।
Q3: फीस जमा करने की आखिरी तिथि क्या है?
6 सितंबर शाम 5 बजे तक।
Q4: अगर मेरा वेरिफिकेशन फेल हो जाए तो क्या होगा?
आप दूसरे कॉलेज में कोशिश कर सकते हैं।
राहुल शर्मा, सीनियर एजुकेशन रिपोर्टर
एमपी जनक्रांति न्यूज़, भोपाल

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