मूली की यह उन्नत किस्मे देंगी प्रति हेक्टेयर 300 क्विंटल तक का उत्पादन, जानिए

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देश में कई तरह के फसलों की खेती की जाती है उसी में से मूली भी एक है. बता दे की मूली न केवल स्वादिष्ट होती है बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद है. यह एक ऐसी फसल है जो कम लागत में अधिक मुनाफा दे सकती है. इसकी कुछ उन्नत किस्मे है जिससे की इसकी अच्छी पैदावार ली जा सकती है. तो आइए जानते है इसके बारे में. ..

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मूली की उन्नत किस्में

पूसा रश्मि किस्म

यह किस्म बुवाई के सिर्फ 55-60 दिनों में तैयार हो जाती है. और इससे प्रति हेक्टेयर 320 से 350 क्विंटल तक का उत्पादन देती है. वही इसकी जड़ें 30 से 35 सेंटीमीटर तक लंबी होती हैं, जिससे उपज अधिक होती है. यह कई रोगों के प्रति प्रतिरोधी होती है.

पंजाब पसंद मूली

पंजाब पसंद मूली की प्रजाति मूली की खेती करने वाले किसानों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है. इसकी कई खासियतें हैं जो इसे अन्य किस्मों से अलग बनाती हैं. यह किस्म बुवाई के सिर्फ 45 दिनों में तैयार हो जाती है. इसकी जड़ों में रेशे नहीं होते, जिससे यह खाने में बहुत स्वादिष्ट लगती है. इसकी जड़ें भी काफी लंबी होती हैं, जिससे उत्पादन अधिक होता है. यह किस्म प्रति हेक्टेयर 230 से 235 क्विंटल तक का उत्पादन देती है.

रैपिड रेड व्हाइट किस्म

रैपिड रेड व्हाइट मूली अपनी अनूठी बनावट और स्वाद के कारण किसानों के लिए एक आकर्षक विकल्प है. लाल रंग का छिलका और सफेद अंदरूनी हिस्सा इसे बाकी मूली किस्मों से अलग बनाता है. और इसका स्वाद बहुत ही लाजवाब होता है. यह अन्य किस्मों की तुलना में बहुत जल्दी तैयार हो जाती है. यह किस्म प्रति हेक्टेयर अच्छी मात्रा में उत्पादन देती है. सितंबर का महीना मूली की बुवाई के लिए सबसे उपयुक्त होता है. इस मौसम में मिलने वाली ठंडी जलवायु मूली की वृद्धि के लिए अनुकूल होती है. खासकर रैपिड रेड व्हाइट जैसी किस्मों के लिए, जो जल्दी तैयार हो जाती हैं, सितंबर का महीना सबसे अच्छा होता है.

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जापानी सफेद मूली

जापानी सफेद मूली अपनी अनूठी विशेषताओं के कारण मूली की खेती करने वाले किसानों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है. यह किस्म बुवाई के सिर्फ 45-50 दिनों में तैयार हो जाती है. इसका स्वाद हल्का तीखा और मीठा होता है. इसका आकार बेलनाकार होता है और यह देखने में बहुत ही आकर्षक लगती है. यह किस्म प्रति हेक्टेयर 250 से 300 क्विंटल तक का उत्पादन देती है.

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