नाशपाती की खेती एक लाभदायक व्यवसाय हो सकता है। यह फल अपनी मीठी और रसीली प्रकृति के कारण लोगों द्वारा बहुत पसंद किया जाता है। यदि आप नाशपाती की खेती शुरू करने की सोच रहे हैं, तो यह गाइड आपके लिए उपयोगी साबित हो सकती है। यह कमाई के मामले में सेब को भी टक्कर देता है. आइये जानते है इसके बारे में. ..
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नाशपाती की खेती के लिए आवश्यक परिस्थितियाँ
- जलवायु: नाशपाती के पेड़ ठंडे और समशीतोष्ण जलवायु में सबसे अच्छी तरह से बढ़ते हैं। उन्हें सर्दियों में ठंड और गर्मियों में पर्याप्त गर्मी की आवश्यकता होती है।
- मिट्टी: नाशपाती के पेड़ गहरी, उपजाऊ और अच्छी तरह से जल निकासी वाली मिट्टी में सबसे अच्छे से बढ़ते हैं। मिट्टी का pH 6.0 से 7.0 के बीच होना चाहिए।
- पानी: नाशपाती के पेड़ों को नियमित रूप से पानी देने की आवश्यकता होती है, खासकर गर्मियों के महीनों में।
- सूर्य का प्रकाश: नाशपाती के पेड़ों को पूरे दिन सूर्य का प्रकाश मिलना चाहिए।
नाशपाती की खेती के चरण
- किस्म का चयन: नाशपाती की कई किस्में उपलब्ध हैं। अपनी जलवायु और बाजार की मांग के अनुसार उपयुक्त किस्म का चयन करें।
- पौधे लगाना: पौधे लगाने का सबसे अच्छा समय सर्दियों का अंत या शुरुआती वसंत होता है। पौधों को एक-दूसरे से कम से कम 10-12 फीट की दूरी पर लगाएं।
- खाद देना: नाशपाती के पेड़ों को नियमित रूप से खाद देने की आवश्यकता होती है। आप जैविक खाद या उर्वरक का उपयोग कर सकते हैं।
- सिंचाई: नाशपाती के पेड़ों को नियमित रूप से पानी दें, खासकर गर्मियों के महीनों में।
- छंटाई: पेड़ों की वृद्धि और फल उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए नियमित रूप से छंटाई करें।
- कीट और रोग नियंत्रण: नाशपाती के पेड़ कई कीटों और रोगों से प्रभावित हो सकते हैं। नियमित रूप से अपने पेड़ों की निगरानी करें और किसी भी समस्या का तुरंत इलाज करें।
नासपाती की खेती से कमाई
नाशपाती का हर पेड़ आम तौर पर एक से दो क्विंटल के बीच उत्पादन देता है. इस तरह से प्रति हेक्टेयर बाग से 400 से 700 क्विंटल नाशपाती की ऊपज होती है. नाशपाती फिलहाल 70 से 80 रुपये किलो का भाव मार्केट में है, जिससे किसान को और भी अधिक मुनाफा मिल रहा है.