पेट का कैंसर: समय रहते पहचानें खतरे के संकेत
प्रकाशित: 20 मार्च, 2025
स्वास्थ्य डेस्क, पेट का कैंसर, जिसे गैस्ट्रिक कैंसर भी कहते हैं, दुनिया भर में पांचवां सबसे आम कैंसर है और कैंसर से होने वाली मौतों का तीसरा सबसे बड़ा कारण है। यह जानकारी विश्व स्वास्थ्य संगठन से ली गई है। कई लोग इसे गैस्ट्रिक अल्सर समझने की भूल कर बैठते हैं और सोचते हैं कि अल्सर अपने आप कैंसर बन जाता है। हालांकि ये दोनों अलग-अलग स्थितियाँ हैं, लेकिन गैस्ट्रिक अल्सर को नजरअंदाज करने से पेट के कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। आइए जानते हैं इसके लक्षण, कारण और बचाव के उपाय।

गैस्ट्रिक अल्सर क्या है?
गैस्ट्रिक अल्सर पेट या छोटी आंत की अंदरूनी परत पर होने वाला घाव है, जो गैस्ट्रिक जूस (एसिड) की अधिकता के कारण बनता है। इससे पेट में जलन, दर्द, अपच और एसिडिटी जैसी समस्याएँ होती हैं। इसके मुख्य कारण हैं:
- H. pylori感染 (संक्रमण): यह बैक्टीरिया पेट की परत को नुकसान पहुँचाता है।
- NSAIDs का ज्यादा इस्तेमाल: दर्द निवारक दवाएँ जैसे ibuprofen पेट की दीवार को कमजोर कर सकती हैं।
- धूम्रपान और शराब: ये पेट की सुरक्षा परत को नष्ट करते हैं।
अगर इसका इलाज न किया जाए, तो यह गंभीर स्थिति जैसे कैंसर का कारण बन सकता है।

गैस्ट्रिक अल्सर और पेट के कैंसर का संबंध
H. pylori बैक्टीरिया गैस्ट्रिक अल्सर का सबसे बड़ा कारण है। अमेरिकन कैंसर सोसाइटी के अनुसार, यह बैक्टीरिया लंबे समय तक पेट में रहने से सूजन और कोशिकाओं में असामान्य बदलाव लाता है, जिससे एडेनोकार्सिनोमा (पेट का कैंसर) का खतरा बढ़ जाता है।
अगर गैस्ट्रिक अल्सर का इलाज समय पर न हो, तो यह कैंसर में बदल सकता है। बार-बार होने वाला अल्सर पेट की कोशिकाओं को नुकसान पहुँचाकर खतरे को बढ़ाता है।
पेट के कैंसर के शुरुआती संकेत
पेट का कैंसर शुरुआत में चुपचाप बढ़ता है और इसके लक्षण गैस्ट्रिक अल्सर जैसे ही दिखते हैं। लेकिन कुछ खास संकेतों पर ध्यान देना जरूरी है:
- लगातार पेट दर्द या जलन: खाने के बाद दर्द बढ़ जाता है।
- भूख न लगना: जल्दी पेट भर जाना या खाने की इच्छा न होना।
- बेवजह वजन कम होना: बिना कोशिश के वजन घटना।
- उल्टी में खून या काला मल: अंदरूनी रक्तस्राव का संकेत।
- निगलने में दिक्कत: ट्यूमर बढ़ने से यह समस्या होती है।
अल्सर में ये लक्षण हल्के हो सकते हैं, लेकिन कैंसर में ये गंभीर हो जाते हैं। अगर ये लक्षण हफ्तों तक रहें, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें।
गैस्ट्रिक अल्सर और कैंसर से बचाव के उपाय
अपने जोखिम को कम करने के लिए ये आसान कदम उठाएँ:
- मसालेदार और तला हुआ खाना कम करें: ये पेट को परेशान करते हैं।
- एसिडिक चीजें और कैफीन सीमित करें: टमाटर, नींबू और कॉफी से बचें।
- धूम्रपान और शराब छोड़ें: ये पेट के लिए खतरनाक हैं।
- खूब पानी पिएँ: रोज 8-10 गिलास पानी पाचन को ठीक रखता है।
- डॉक्टर से सलाह लें: लगातार दर्द होने पर घरेलू इलाज न करें।

डॉक्टर से कब मिलें?
अगर आपको लगातार पेट दर्द, अपच, उल्टी में खून या बेवजह वजन कम होने जैसे लक्षण दिखें, तो इन्हें नजरअंदाज न करें। एंडोस्कोपी या H. pylori टेस्ट जैसे आसान जांच से सही स्थिति का पता चल सकता है।
मुख्य बात
पेट का कैंसर रोकथाम और इलाज योग्य है, बशर्ते इसे जल्दी पकड़ा जाए। गैस्ट्रिक अल्सर से इसके संबंध को समझें और संकेतों को पहचानें। अपनी सेहत का ध्यान रखें—आपका पेट आपको चेतावनी दे रहा हो सकता है।
नोट: बार-बार होने वाला या लंबे समय तक बना रहने वाला अल्सर पेट के कैंसर का खतरा बढ़ा सकता है। अगर आपको लगातार पेट दर्द, अपच, उल्टी में खून या वजन कम होना जैसे लक्षण दिखें तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।