नई दिल्ली, 20 सितंबर 2025 (आयुष गुप्ता)। डिजिटल पेमेंट की दुनिया में एक बड़ी खबर सामने आई है। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने प्रमुख डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म PhonePe को ‘ऑनलाइन पेमेंट एग्रीगेटर’ (Online Payment Aggregator) के रूप में काम करने की आधिकारिक मंजूरी दे दी है। यह कदम न केवल PhonePe की सेवाओं का दायरा बढ़ाएगा, बल्कि भारत में डिजिटल भुगतान को और अधिक लोकतांत्रिक बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
क्या है ‘ऑनलाइन पेमेंट एग्रीगेटर’? RBI की यह मंजूरी PhonePe को अब सीधे व्यापारियों और ग्राहकों के बीच पेमेंट प्रोसेसिंग की सुविधा देने का अधिकार देती है। इससे पहले, कंपनी को यह सेवा देने के लिए किसी अन्य पेमेंट गेटवे पर निर्भर रहना पड़ता था। इस बदलाव से PhonePe अब सीधे व्यापारियों के लिए भुगतान स्वीकार करने, उसे इकट्ठा करने और फिर उनके बैंक खातों में ट्रांसफर करने की प्रक्रिया को नियंत्रित और सुव्यवस्थित कर पाएगा।
PhonePe की रणनीति और विस्तार कंपनी ने एक बयान में कहा कि इस फैसले से देशभर में उसकी पहुँच और भी मजबूत होगी। PhonePe पहले से ही यूपीआई, बिल भुगतान, बीमा और म्यूचुअल फंड जैसे क्षेत्रों में अपनी सेवाएं प्रदान कर रहा है। नए लाइसेंस के बाद, कंपनी का मुख्य फोकस अब छोटे और मध्यम उद्यमों (SMEs) को अपने प्लेटफॉर्म से जोड़ने पर होगा। यह SME सेक्टर को डिजिटल अर्थव्यवस्था से जोड़ने के लिए एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
बाजार में बढ़ेगी प्रतिस्पर्धा फिनटेक विशेषज्ञों का मानना है कि RBI की यह मंजूरी PhonePe के लिए गेम चेंजर साबित होगी। यह कंपनी को Paytm और Razorpay जैसे मौजूदा दिग्गजों के साथ सीधे प्रतिस्पर्धा करने का मौका देगी। इस प्रतिस्पर्धा से ग्राहकों और व्यापारियों दोनों को बेहतर और सुरक्षित भुगतान समाधान मिलने की उम्मीद है।
यह साफ है कि RBI की इस मंजूरी से PhonePe का विस्तार तेजी से होगा, और देशभर के लाखों छोटे व्यवसायियों को डिजिटल भुगतान से जुड़ने का अवसर मिलेगा, जिससे भारत की डिजिटल इकोनॉमी को और गति मिलेगी।
Also Read: Vote Chori का आरोप: 6000 वोटरों के नाम कटे, सवालों के घेरे में चुनाव आयोग
👉 ताज़ा अपडेट और स्थानीय खबरों के लिए जुड़े रहें MP Jankranti News के साथ।
