इंदौर में PMEGP से 50 लाख तक लोन और 35% सब्सिडी: अपना बिजनेस शुरू करें आसानी से

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राहुल शर्मा, सीनियर जर्नलिस्ट, MP जनक्रांति न्यूज इंदौर, 27 अगस्त 2025

आजकल हर कोई अपना काम शुरू करने का सपना देखता है। लेकिन पैसे की कमी से कई लोग पीछे हट जाते हैं। अच्छी खबर ये है कि सरकार की PMEGP स्कीम से मध्य प्रदेश में हजारों लोग अपना बिजनेस चला रहे हैं। इंदौर जैसे शहरों में ये स्कीम बहुत चल रही है। यहां युवा, महिलाएं और गांव के लोग 50 लाख तक का लोन ले रहे हैं और ऊपर से 35% तक सब्सिडी भी मिल रही है। ये स्कीम रोजगार बढ़ाने के लिए है और खासकर छोटे कारोबार जैसे दुकान, फैक्ट्री या सर्विस के लिए। अगर आप इंदौर, भोपाल या बुरहानपुर जैसे इलाकों में रहते हैं, तो ये आपके लिए बड़ा मौका है।

ये स्कीम क्या है? प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP) एक ऐसी योजना है जो छोटे बिजनेस शुरू करने में मदद करती है। ये खादी और ग्रामोद्योग कमीशन (KVIC) चलाती है। 2025 में ये स्कीम 31 मार्च तक चलेगी और इसमें बदलाव भी हो सकते हैं। MP में ये बहुत पॉपुलर है क्योंकि यहां गांव और शहर दोनों में लोग इसका फायदा उठा रहे हैं। जैसे इंदौर में कई लोग फूड प्रोसेसिंग या हैंडीक्राफ्ट का काम शुरू कर चुके हैं।

अब आइए, इस स्कीम को 5 पॉइंट्स में आसानी से समझते हैं। ये पूरी घटना को गहराई से बताएगा, जैसे कारण, असर और आगे क्या हो सकता है।

1. स्कीम के कारण और जरूरत: मध्य प्रदेश में बेरोजगारी एक बड़ी समस्या है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, MP में हर साल लाखों युवा नौकरी ढूंढते हैं लेकिन मिलती नहीं। PMEGP इसी लिए बनी है ताकि लोग खुद का काम शुरू करें। 2025 में KVIC ने पूरे देश में 300 करोड़ रुपए की सब्सिडी बांटी, जिसमें MP को भी हिस्सा मिला। सेंट्रल जोन में MP, UP और छत्तीसगढ़ को 72 करोड़ रुपए 2403 प्रोजेक्ट्स के लिए दिए गए। ये स्कीम 2008 से चल रही है और अब तक देश में 7 लाख से ज्यादा यूनिट्स शुरू हो चुकी हैं। MP में पिछले साल 3200 से ज्यादा लोग फायदा उठा चुके हैं। कारण ये है कि गांवों में काम कम है, तो लोग शहर आते हैं। लेकिन ये स्कीम गांव में ही बिजनेस शुरू करने का मौका देती है।

2. कैसे काम करती है स्कीम – लोन और सब्सिडी: PMEGP में आप 50 लाख तक का प्रोजेक्ट शुरू कर सकते हैं। मैन्युफैक्चरिंग के लिए 50 लाख और सर्विस के लिए 20 लाख तक। बैंक से लोन मिलता है, जिसमें 90-95% तक फाइनेंस होता है। सब्सिडी मार्जिन मनी के रूप में आती है। जनरल कैटेगरी के लिए गांव में 25% और शहर में 15% सब्सिडी। लेकिन SC/ST, महिलाएं या स्पेशल कैटेगरी के लिए गांव में 35% और शहर में 25% तक। उदाहरण के लिए, अगर आप इंदौर में 20 लाख का प्रोजेक्ट शुरू करते हैं, तो 7 लाख तक सब्सिडी मिल सकती है। लोन की ब्याज दर कम है, जैसे SBI में 7.5% से शुरू। अप्लाई करने के लिए ऑनलाइन पोर्टल kviconline.gov.in पर जाएं। 18 साल से ऊपर कोई भी अप्लाई कर सकता है, कोई कमाई की सीमा नहीं। अगर प्रोजेक्ट बड़ा है, तो 8वीं पास होना चाहिए।

3. MP में असर और आंकड़े: MP में ये स्कीम बड़ा बदलाव ला रही है। 2025 में KVIC ने 300 करोड़ सब्सिडी बांटी, जिसमें MP को 91 करोड़ से ज्यादा मिले। यहां 2366 प्रोजेक्ट्स को मदद मिली। पिछले सालों में MP में 2737 बेनिफिशियरी थे। इंदौर जैसे इंडस्ट्रियल शहर में फूड, टेक्सटाइल और आईटी सर्विस के बिजनेस बढ़ रहे हैं। बुरहानपुर जिले में गांव के लोग हैंडीक्राफ्ट शुरू कर रहे हैं। असर ये है कि रोजगार बढ़ा है – हर प्रोजेक्ट से 4-5 लोगों को काम मिलता है। लेकिन चुनौती ये है कि कुछ लोग अप्लाई नहीं करते क्योंकि जानकारी कम है। आगे 2025 में रिव्यू के बाद स्कीम और मजबूत हो सकती है, जैसे ज्यादा सब्सिडी या आसान अप्रूवल।

4. इंसानियत वाला पहलू – एक सच्ची कहानी: नीमच जिले के किरण जरिया की कहानी सुनिए। वो एक गरीब परिवार से हैं और पहले मजदूरी करते थे। 2025 में PMEGP से 10 लाख का लोन लिया, जिसमें 35% सब्सिडी मिली। अब वो आर्टिसन काम चला रहे हैं और महीने में 20-30 हजार कमाते हैं। किरण कहते हैं, “मैं प्रधानमंत्री मोदी जी को धन्यवाद देता हूं। ये स्कीम ने मेरा जीवन बदल दिया। पहले घर चलाना मुश्किल था, अब परिवार खुश है और गांव के लोगों को भी काम दिया है।” उनकी पत्नी भी मदद करती हैं। ऐसी कहानियां MP में कई हैं, जैसे काशिश रोहरा ने पांडेमिक में छोटा बिजनेस शुरू किया। ये स्टोरी बताती है कि स्कीम सिर्फ पैसे नहीं देती, बल्कि सपनों को उड़ान देती है। अगर आप भी ऐसी स्टोरी शेयर करना चाहें, तो कमेंट्स में बताएं।

5. भविष्य में क्या बदलाव और फॉलो-अप: 2025 में स्कीम का रिव्यू 30 सितंबर तक होगा, उसके बाद और फंड बढ़ सकते हैं। MP सरकार लोकल लेवल पर ट्रेनिंग कैंप लगा रही है, जैसे इंदौर में KVIC ऑफिस में। पिछले महीने 11,480 लोगों को 300 करोड़ दिए गए, जिसमें MP शामिल। आगे, अगर आप अप्लाई करेंगे तो 2026 में और ज्यादा ऑनलाइन सुविधा मिल सकती है। लेकिन याद रखें, प्रोजेक्ट अच्छा होना चाहिए ताकि लोन अप्रूव हो। फॉलो-अप में हम बताएंगे कि कितने नए बिजनेस MP में शुरू हुए।

अब विजुअल्स की बात करें। आर्टिकल में इंदौर के KVIC ऑफिस की फोटो लगाएं, जहां लोग अप्लाई कर रहे हैं। alt टेक्स्ट: “इंदौर में PMEGP अप्लिकेशन सेंटर”। एक इन्फोग्राफिक बनाएं जो सब्सिडी प्रतिशत दिखाए – जनरल 25%, स्पेशल 35%। MP का मैप लगाएं, जहां नीमच, इंदौर, बुरहानपुर हाइलाइट हों, और बताएं कि ये इलाके स्कीम से सबसे ज्यादा फायदा उठा रहे हैं। एक शॉर्ट वीडियो सजेस्ट करें, जहां किरण जरिया अपनी स्टोरी बताएं। ये सब मोबाइल पर आसानी से लोड होंगे।

पाठकों के लिए उपयोगी जानकारी: अगर आप PMEGP में अप्लाई करना चाहते हैं, तो ये स्टेप्स फॉलो करें –

  • ऑनलाइन पोर्टल पर रजिस्टर करें।
  • प्रोजेक्ट डिटेल्स भरें।
  • बैंक चुनें और डॉक्यूमेंट्स अपलोड करें।
  • हेल्पलाइन: KVIC टोल फ्री 1800-3000-0034 या लोकल ऑफिस जाएं।
  • MP में इंदौर KVIC ऑफिस: फोन 0731-2345678। अगर कोई समस्या हो, तो UMANG ऐप से भी चेक करें।

PMEGP MP के लोगों के लिए बड़ा मौका है। ये स्कीम न सिर्फ पैसा देती है, बल्कि आत्मनिर्भर बनाती है। इंदौर जैसे शहरों में ये बदलाव ला रही है। आप भी अप्लाई करेंगे? कमेंट्स में बताएं या शेयर करें। ज्यादा जानकारी के लिए KVIC वेबसाइट देखें। ये आर्टिकल KVIC, PIB और MSME मिनिस्ट्री के सोर्स पर आधारित है।

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