Polyhouse Subsidy: पारंपरिक खेती के मुकाबले पॉलीहाउस और शेड नेट के जरिए सब्जियों की खेती करने से पैदावार तीन से चार गुना तक बढ़ जाती है. साथ ही मुनाफा भी ज्यादा होता है. पॉलीहाउस के लिए तो बागवानी विभाग द्वारा किसानों को सब्सिडी भी दी जाती है. आज भारत में कई किसान मौसम के भरोसे खेती करते हैं. कई बार मौसम में बारिश या सूखा आने से किसानों को काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है. अब पारंपरिक खेती को छोड़कर किसान एक नए तरीके से खेती कर रहे हैं. जिससे किसान किसी भी मौसम में सब्जियों का उत्पादन कर अच्छा कमा रहे हैं. जी हां, हम बात कर रहे हैं पॉलीहाउस विधि से खेती करने की, जिसे संरक्षित खेत भी कहा जाता है.
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पॉलीहाउस खेती के फायदे
अगर किसान खुले आसमान के नीचे सब्जियां उगाते हैं तो किसानों को सिर्फ मौसम के अनुसार ही खेती करनी पड़ती है. लेकिन पॉलीहाउस या शेड नेट में खेती करने पर मौसम पर निर्भर नहीं रहना पड़ता है. आप सर्दियों में गर्मियों की फसल उगा सकते हैं और गर्मियों में सर्दियों की फसल भी उगा सकते हैं. इससे फसल खराब होने का खतरा कम हो जाता है और अच्छी पैदावार होती है. इसके जरिए आप कई गुना ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं.
क्या है पॉलीहाउस और शेड नेट
पॉलीहाउस या शेड नेट खेती को संरक्षित खेती (Conservation Farming) कहा जाता है. खेतों में एक ढांचा तैयार किया जाता है. सिंचाई के लिए उस ढांचे में ड्रिप इरिगेशन सिस्टम लगाया जाता है. जिसमें पानी को फिल्टर करके पौधे तक पहुंचाया जाता है. साथ ही तापमान को कम करने के लिए संरचना में स्प्रिंगक्लॉर और फोर्स लगाए जाते हैं. जिससे किसान आसानी से ऑफ-सीजन खेती कर अच्छी पैदावार ले सकते हैं.
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पॉलीहाउस के लिए सरकार देती है सब्सिदी
पॉलीहाउस के लिए बागवानी विभाग द्वारा किसानों को सब्सिडी भी दी जाती है. जिसमें किसानों को 25%, 50%, 75% तक की सब्सिडी दी जाती है. किसान इस योजना का लाभ उठाकर अच्छी फसल उगा सकते हैं और ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं.