पुदीना एक सुगंधित और औषधीय पौधा है, जिसका उपयोग खाद्य पदार्थों, औषधियों, और सौंदर्य उत्पादों में व्यापक रूप से किया जाता है। इसकी बढ़ती मांग के कारण, पुदीने की खेती एक लाभदायक व्यवसाय बन गई है।
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जलवायु और मिट्टी
- जलवायु: पुदीना गर्म और नम जलवायु में अच्छी तरह से बढ़ता है।
- मिट्टी: उपजाऊ, दोमट मिट्टी पुदीने की खेती के लिए सबसे उपयुक्त होती है। अच्छी जल निकास वाली मिट्टी भी आवश्यक है।
पुदीने की उन्नत किस्में
- सिम क्रांति
- कोसी
- एचवाई-77
- गोमती
- शिवालिक
पुदीने की खेती कैसे करे
पुदीने की बुवाई का सबसे अच्छा समय फरवरी से मार्च तक होता है। आप बीज या कलम लगाकर पुदीना उगा सकते हैं। खेत को अच्छी तरह से जोतकर समतल करें। खेत में गोबर की खाद डालें। पुदीने को नियमित रूप से पानी देना चाहिए। गर्मियों के मौसम में सिंचाई की आवृत्ति बढ़ा दें। पुदीने को समय-समय पर नाइट्रोजन युक्त उर्वरक दें। खेत में खरपतवारों को नियमित रूप से निकालें। पुदीने को कीट और रोगों से बचाने के लिए जैविक कीटनाशकों का उपयोग करें।
पुदीने की खेती से कमाई
पुदीने की पहली कटाई 60-70 दिनों में की जा सकती है। आप साल में कई बार कटाई कर सकते हैं। पुदीने की पत्तियों का उपयोग चाय, सलाद, चटनी, और अन्य खाद्य पदार्थों में किया जाता है। पुदीने के तेल का उपयोग औषधियों और सौंदर्य उत्पादों में किया जाता है। एक हेक्टेयर में पुदीना खेती करते हैं, तो 150 लाख रुपये तक की कमाई कर सकते हैं.