बकरी की इस नस्ल की दूध के लिए होती है भारी डिमांड, 60 किलो तक होता है वजन, थोड़ी सी जगह में करे इसका पालन, जानिए

By
On:
Follow Us

Bakri Palan: देश के ग्रामीण इलाकों में आज भी बकरी पालन बहुत लोकप्रिय है. वहां के लोग ज्यादातर अपनी आजीविका के लिए खेती या पशुपालन पर निर्भर रहते हैं. जिस कारण से ग्रामीण क्षेत्रों में यह रोजगार तेजी से बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है. बकरियों का उपयोग कई तरह से किया जाता है. कुछ लोग इनका दूध निकालने के लिए पालते हैं तो कुछ लोग इनके मांस के लिए. आपको बता दें कि बकरी के दूध और मांस की बाजार में बहुत मांग है. खाने के शौकीन लोग बड़े चाव से बकरी का मांस खाना पसंद करते हैं. बकरी के दूध का इस्तेमाल दवा के रूप में भी किया जाता है ऐसी स्थिति में अगर आप भी बकरी पालन करके लाभ कमाना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको यह तय करना होगा कि आप बकरी पालन क्यों करना चाहते हैं. फिर उसी के अनुसार बकरियों की नस्ल का चयन करें. आज हम आपको एक ऐसी बकरियों की नस्ल के बारे में बताएंगे जिनका वजन 42 किलो तक होता है और जो अपने दूध और मांस दोनों के लिए ही जानी जाती हैं.

यह भी पढ़े- अब थोड़ी सी जगह में घर पर बनाये टिशू कल्चर लैब, सरकार देंगी 50 प्रतिशत सब्सिडी, ऐसे करे आवेदन

संगमनेरी बकरी पालन

भारत में संगमनेरी बकरी पालन महाराष्ट्र के पुणे, नाशिक, सोलापुर और धुले जिलों के क्षेत्रों में किया जाता है. लेकिन यह बकरियां पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश में भी पाई जाती हैं. संगमनेरी नस्ल की बकरी पालन से लोगों को अच्छा मुनाफा होता है क्योंकि यह नस्ल दूध और मांस के उच्च उत्पादन के लिए जानी जाती है.

संगमनेरी नस्ल की पहचान

  • संगमनेरी नस्ल की बकरी मध्यम आकार की होती है.
  • संगमनेरी नस्ल की बकरी का रंग सफेद होता है.
  • संगमनेरी नस्ल की बकरियों में भूरे, काले और अन्य रंगों के धब्बे होते हैं.
  • इस नस्ल की बकरियों के बाल छोटे, सीधे और घने होते हैं.
  • संगमनेरी बकरी के कान मध्यम आकार के और लटके हुए होते हैं.
  • संगमनेरी बकरियों (नर और मादा दोनों) के सींग पीछे की ओर मुड़े हुए होते हैं.
  • संगमनेरी बकरियों की पूंछ छोटी और पतली होती है, जो ऊपर की ओर उठी रहती है.
  • इन बकरियों के थन छोटे और गोल शंकु के आकार के होते हैं.

संगमनेरी नस्ल की बकरी की विशेषता

आपको बता दे की संगमनेरी बकरियां 13 से 14 महीने की उम्र में बच्चे देना शुरू कर देती हैं. संगमनेरी बकरियों को मांस और दूध के लिए पाला जाता है. संगमनेरी नर बकरी का वजन 35 से 60 किलो और मादा बकरी का वजन 25 से 40 किलो होता है. संगमनेरी नस्ल की बकरियां 40% मामलों में जुड़वा बच्चों को जन्म देती हैं. इस नस्ल की बकरियों का दुग्धकाल 150 से 160 दिन का होता है.

यह भी पढ़े- Van Vibhag Bharti: वन विभाग में भर्ती होने का सुनहरा मौका आवेदन की अंतिम तिथि नजदीक,सैलरी 34800 रु, ऐसे करे आवेदन

संगमनेरी बकरियों की कीमत

संगमनेरी बकरियों की कीमत नस्ल, उम्र, वजन और क्षेत्र जैसे कई कारकों पर निर्भर करती है. बाजारों में इस नस्ल की बकरियों की मांग अधिक है. संगमनेरी नर बकरियों की कीमत 300 रुपये से 350 रुपये प्रति किलो (जीवित बकरियां) है. और संगमनेरी मादा बकरी की कीमत 275 रुपये से 300 रुपये प्रति किलो होती है.

For Feedback - newsmpjankranti@gmail.com

Leave a Comment