रक्षाबंधन भाई-बहन के प्यार भरे दर्शाने वाला त्योहार है, जो इस साल 19 अगस्त को मनाया जाएगा. इस रक्षाबंधन, पारंपरिक राखियों से हटकर कुछ नया करने का विचार है तो बीजों से बनी राखी एक अनोखा और पर्यावरण-हितैषी उपहार हो सकता है। यह न केवल आपके भाई को खुश करेगा बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी आपका योगदान होगा। तो आइये जानते है इसके बारे में
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बीजों से बनी राखी बनाने सामग्री
- विभिन्न प्रकार के बीज (जैसे कि गेंदा, सूरजमुखी,तुलसी, मौसमी, नींबू, करी पत्ता, नीम, सेम, नीलम आदि)
- सूती धागा, मोर के पंख, रंग, कच्ची लकड़ी और कागज
- गोंद
- सजावटी सामान (वैकल्पिक)
बीजों से बनी राखी बनाने की विधि
- बीजों को एक कटोरे में लें और उन्हें गोंद के साथ मिलाएं।
- सूती धागे को बीजों के मिश्रण में डुबोएं और उसे राखी का आकार दें।
- आप चाहें तो राखी को मोतियों, रिबन या अन्य सजावटी सामान से सजा सकते हैं।
- राखी को सजाने के लिए मोर के पंख, रंग, कच्ची लकड़ी और कागज से बने मोतियों का इस्तेमाल किया जा सकता है
- राखी को सूखने दें।
राखी बांधने के बाद
राखी बांधने के बाद, उसे एक गमले या बगीचे में गाड़ दें। कुछ दिनों में इससे एक पौधा उग आएगा। आप अपने भाई को इस पौधे की देखभाल करने के लिए प्रेरित कर सकते हैं।
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क्यों चुनें बीजों से बनी राखी
- पर्यावरण-हितैषी: ये राखियाँ प्लास्टिक या अन्य हानिकारक पदार्थों से नहीं बनी होतीं, बल्कि जैविक बीजों से बनाई जाती हैं। राखी बांधने के बाद, इसे मिट्टी में गाड़ दिया जाता है और कुछ दिनों में इससे एक पौधा उग आता है।
- अनोखा उपहार: यह एक ऐसा उपहार है जो न केवल आपके भाई को यादगार रहेगा बल्कि उसे प्रकृति से जुड़ने का भी मौका देगा।
- सस्ती और आसानी से उपलब्ध: बीजों से बनी राखियाँ बाजार में आसानी से उपलब्ध हैं और इन्हें घर पर भी बनाया जा सकता है।
- शिक्षाप्रद: यह एक अच्छा अवसर है बच्चों को पर्यावरण संरक्षण के बारे में जागरूक करने का।