आधुनिक तकनीकी के चलते किसानों की खेती किसानी करने की रूचि जैसे खत्म ही होती जा रही है। वैसे तो किसान कई तहत की फसल उगाकर भी खेती करते है लेकिन उससे भी उन्हें ज्यादा फायदा नहीं होता है। ऐसे में किसानों ने खेती करने का नया जरिया निकाला है तेज पत्ते की खेती करना। क्योंकि बाजार में इसकी डिमांड भी काफी ज्यादा है। इसकी खेती में लागत के साथ ही मेहनत भी बहुत कम लगती है। भारत में खानों में मसालों का बहुत इस्तेमाल किया जाता है। तो आइये जानते है तेज पत्ते की खेती के बारे में।
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तेजपत्ता की ज्यादा है मांग
तेजपत्ता सभी भारतीय व्यंजनों में इस्तेमाल किया जाता है। यह सेहत के लिए भी काफी लाभदायक होता है। इसलिए मार्केट में इसकी डिमांड ज्यादा रहती है। इस वजह से किसानों को इसका अच्छा दाम भी मिल जाता है। इसकी डिमांड न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी काफी है. जैसे अमेरिका, यूरोप जैसे देशों में भी इसे भारत से निर्यात किया जाता है। साथ ही किसानों को तेजपत्ते की खेती में कम लागत और मेहनत भी कम लगती है।
आसान है तेजपत्ता की खेती
अगर आप भी तेजपत्ते की खेती करना चाहते है यह बहुत ही आसान है। इसकी खेती के लिए आपको शुरू में थोड़ी मेहनत लगती है। फिर कुछ दिनों बाद पौधा बड़ा होने पर मेहनत कम लगने लगती है। इसके बाद जब पौधा पेड़ के जैसा हो जाता है तो सिर्फ आपको पेड़ की देखभाल ही करना होता है। किसान को इसकी खेती से हर साल लाखों की कमाई होती है। ऐसे में यदि आप भी तेजपत्ता की खेती के जरिए तगड़ी कमाई कर सकते हैं।
तेजपत्ता की खेती पर सब्सिडी
आपको बता दें कि सरकार किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए आर्थिक सहायता भी देती है। जिससे किसान आसानी से खेती कर पाते है। राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड की तरफ से किसानों को 30% सब्सिडी दी जाती है। ऐसे में तेज पत्ते की फसल तैयार होने के बाद 1 पौधे से ही 3000 रूपये से लेकर 5000 रूपये तक की कमाई होती है। अगर किसान ने इसकी खेती में करीब 25 पौधे लगाए है तो इससे 1 लाख की आमदनी प्राप्त होती है।