नई दिल्ली, 26 जून 2025: देशभर में टू व्हीलर्स (स्कूटर और बाइक) से यात्रा करने वालों के लिए राहत की बड़ी खबर है। सोशल मीडिया और कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया जा रहा था कि अब दो-पहिया वाहनों को भी नेशनल हाइवे पर Toll Tax देना पड़ेगा। लेकिन इस विषय पर केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने स्थिति स्पष्ट कर दी है। उन्होंने कहा है कि टू व्हीलर्स पर टोल टैक्स लगाने का कोई प्रस्ताव नहीं है और भविष्य में भी ऐसी कोई योजना नहीं है।
📌 क्या कहा नितिन गडकरी ने?
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने 26 जून 2025 को अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर ट्वीट कर कहा:
“कुछ मीडिया हाउस द्वारा दो-पहिया वाहनों पर टोल टैक्स लगाए जाने की भ्रामक खबरें फैलाई जा रही हैं। ऐसा कोई निर्णय न तो प्रस्तावित है और न ही विचाराधीन है। दो-पहिया वाहनों के लिए टोल पर छूट पूरी तरह से जारी रहेगी। बिना सच्चाई के इस तरह की अफवाह फैलाना स्वस्थ पत्रकारिता का हिस्सा नहीं है। मैं इसकी निंदा करता हूं।”
गडकरी का यह ट्वीट महज आधे घंटे में ही 11 हजार से ज्यादा बार देखा जा चुका था और देखते ही देखते सोशल मीडिया पर यह वायरल हो गया।
📌 क्या थी मीडिया में चल रही अफवाह?
हाल ही में कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा था कि जल्द ही नेशनल हाइवे पर टू व्हीलर्स पर भी टोल टैक्स वसूला जाएगा। इससे आम जनता, खासकर बाइक से यात्रा करने वालों में भ्रम और चिंता का माहौल बन गया था।
इन खबरों के आधार पर अनुमान लगाया जा रहा था कि सरकार हाइवे में उपयोग करने वाले सभी वाहनों से टोल टैक्स वसूलने की नई नीति बना रही है, जिसमें अब तक छूट पाने वाले दो-पहिया वाहन भी शामिल होंगे। हालांकि, नितिन गडकरी के स्पष्ट बयान के बाद इस खबर को पूरी तरह से अफवाह करार दिया गया है।
📌 भारत में टू व्हीलर्स को टोल टैक्स में क्यों मिलती है छूट?
- भारत में स्कूटर और बाइक को टोल टैक्स से छूट इसलिए दी जाती है क्योंकि इन वाहनों का उपयोग आमतौर पर मध्यम और निम्न आय वर्ग के लोग करते हैं।
- टू व्हीलर्स का सड़कों पर भार कम होता है और यह हाइवे के इंफ्रास्ट्रक्चर को नुकसान नहीं पहुंचाते।
- यह सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से भी उचित है ताकि ग्रामीण और छोटे कस्बों के लोग बिना किसी अतिरिक्त वित्तीय बोझ के हाइवे का इस्तेमाल कर सकें।
📌 लोगों की प्रतिक्रिया
नितिन गडकरी के ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने मिश्रित प्रतिक्रियाएं दीं:
- कुछ लोगों ने मीडिया हाउसों की आलोचना करते हुए कहा कि बिना सत्यापन के ऐसी अफवाहें फैलाना गलत है।
- वहीं, कई लोगों ने केंद्रीय मंत्री को तुरंत स्थिति स्पष्ट करने के लिए धन्यवाद दिया।
- कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने इस मुद्दे पर अधिक सतर्कता की मांग की ताकि जनता में बेवजह डर न फैले।