कृषि के क्षेत्र में बहुत से यंत्रो का प्रयोग किया जाता है. उसी में से एक है पावर वीडर। आपको बता दे की पावर वीडर का उपयोग विभिन्न प्रकार की फसलों में खरपतवारों को नियंत्रित करने के लिए किया जा सकता है, जिसमें फल, सब्जियां और अनाज शामिल हैं। वे बागवानी और भूनिर्माण में भी उपयोग किए जाते हैं। पावर वीडर खरपतवारों को नियंत्रित करने का एक प्रभावी और कुशल तरीका हो सकते हैं, और वे किसानों और बागवानों के लिए समय और श्रम बचा सकते हैं। मशीन, मोटर का प्रकार, ब्लेड की चौड़ाई और कटिंग की गहराई। यह भी महत्वपूर्ण है कि मशीन को सुरक्षित रूप से कैसे संचालित और रखरखाव किया जाए, इसके बारे में निर्देश शामिल हों। आइये जानते है इसके बारे में…
पावर वीडर के कीमत की बात करे तो आपको बता दे की इसकी कीमत 45 हजार रुपए से लेकर करीब 2 लाख 50 हजार रुपए तक रहती है. वही यह 6 हॉर्स पावर से लेकर 10 हॉर्स पावर तक में आते है. पावर वीडर चुनते समय, आकार पर विचार करना महत्वपूर्ण है। आपको बता दे की इस पर सरकार द्वारा सब्सिडी भी दी जाती है इस पर 15 हजार रुपए से लेकर 75 हजार रुपए तक की सब्सिडी भी सरकार द्वारा दी जाती है. और वीडर में रोटावेटर और कैल्टीवेटर को जोड़कर गुड़ाई की जाती है.
पावर वीडर के खर्चे की अगर हम बात करे तो आपको बता दे की यह 600 से लेकर 800 ग्राम /प्रति घंटे के हिसाब से डीजल की खपत करते हैं. वही यह एक पावर वीडर दो घंटे में एक एकड़ खेत की गुड़ाई करते है, यानी की इससे 150 रुपए से भी कम खर्च में 1 एकड़ खेत की गुड़ाई कर सकता है. यह कह सकते है की यह 10 से ज्यादा मजदूरों का काम अकेले कर सकता है.