आम्बुआ:-अयोध्या में 22 जनवरी को श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में भगवान के स्वरूप की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इस कार्यक्रम के संबंध मै प्रभारी प्राचार्य लोंग सिंह भयडीया ने
कहा कि भगवान राम सबके आदर्श हैं। भगवान राम के जीवन का धार्मिक ही नहीं सांस्कृतिक और आध्यात्मिक रूप से भी बहुत महत्व है। अयोध्या में 22 जनवरी को आयोजित होने वाले कार्यक्रम को देखते हुए अधिक से अधिक छात्र-छात्राओं को जोड़ने का प्रयास स्कूल के समस्त शिक्षक शिक्षिकाओ द्वारा किया जा रहा है स्कूल मे साफ-सफाई अभियान के साथ ही शिक्षिकाओं व छात्राओं द्वारा रंगोली पिथौरा पेंटिंग से स्कूल प्रांगण को सजाया जा रहा है।
जिले का हर गाँव,घर, मोहल्ला हर एक शासकीय व अशासकीय भवन सजाया जा रहा है तो हमारा स्कूल भला केसे पीछे रह सकता है।
पिथौरा पेंटिंग के बारे मै बताते हुए कहा की
पिथोरा चित्रकला एक प्रकार की चित्रकला है। जो भील जनजाति के सबसे बड़े त्यौहार पिठौरा पर घर की दीवारों पर बनायी जाती है।मध्य प्रदेश के पिथोरा क्षेत्र मे इस कला का उद्गम स्थल माना जाता है। इस कला के विकास में भील जनजाति के लोगों का योगदान उल्लेखनीय है। इस कला में पारम्परिक रंगों का प्रयोग किया जाता था।
संवाददाता- खलील मंसूरी जोबट आलीराजपुर