केरल के 26 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर अनंदु अजी की आत्महत्या और उनके इंस्टाग्राम पोस्ट में लगाए गए गंभीर आरोपों ने पूरे देश में सनसनी फैला दी है। इस मामले में अनंदु ने अपने बचपन से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े व्यक्तियों द्वारा बार-बार यौन और शारीरिक शोषण का खोकला बयां किया है। यह मामला समाज के लिए एक चेतावनी के रूप में उभरा है, जिसमें मानसिक स्वास्थ्य, यौन शोषण और बड़े संगठनों में संभावित दुराचार जैसे विषय सामने आए हैं।
तिरुवनंतपुरम, केरल: केरल के एक 26 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर आनंदु अजी की संदिग्ध आत्महत्या ने राज्य में गहरे सदमे के साथ एक बड़ा राजनीतिक और सामाजिक विवाद खड़ा कर दिया है। 10 अक्टूबर 2025 को आनंदु का शव तिरुवनंतपुरम के थंपानूर स्थित एक लॉज के कमरे में फंदे से लटका मिला। उनकी मृत्यु के बाद उनके इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेड्यूल किए गए एक 15-पृष्ठ के विस्तृत पत्र ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सदस्यों पर बचपन से लगातार यौन शोषण और मानसिक उत्पीड़न का बेहद गंभीर आरोप लगाकर सनसनी फैला दी है।
सुसाइड नोट: ‘RSS ने दिया आजीवन ट्रॉमा’
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार आनंदु ने पोस्ट में लिखा है, “मैं यह कदम किसी लड़की, प्रेम प्रसंग, कर्ज या किसी अन्य कारण से नहीं उठा रहा। उन्होंने स्पष्ट किया कि वह लंबे समय से एंग्जायटी, डिप्रेशन और ओसीडी (OCD) जैसी गंभीर मानसिक बीमारियों से जूझ रहे थे, जिसका मूल कारण उनके बचपन में हुआ यौन शोषण था।
‘द न्यू इंडियन एक्सप्रेस’ और अन्य मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उनके पत्र के प्रमुख अंश इस प्रकार हैं:
- RSS पर सीधा आरोप: आनंदु ने RSS को अपनी जिंदगी का सबसे बड़ा आघात (Trauma) बताया। उन्होंने लिखा, “मैं किसी से नाराज नहीं हूँ, सिवाय एक व्यक्ति और एक संगठन के। वह संगठन RSS है… जहाँ मुझे आजीवन ट्रॉमा झेलना पड़ा।”
- यौन शोषण का खुलासा: उन्होंने स्वयं को “रेप का शिकार” बताते हुए आरोप लगाया कि बचपन में एक व्यक्ति ने लगातार उनका यौन शोषण किया, और इसके अलावा आरएसएस के कई सदस्यों ने भी उनके साथ ऐसा किया।
- पड़ोसी और कार्यकर्ता पर आरोप: उन्होंने ‘एनएम’ नामक एक व्यक्ति का नाम लिया, जो उनके पड़ोसी, RSS-BJP के सक्रिय सदस्य और उनके परिवार के विश्वसनीय थे। आनंदु ने लिखा कि यह व्यक्ति उनके साथ भाई जैसा व्यवहार करता था, लेकिन उन्होंने शोषण किया और वह उनके लिए ‘टूल’ की तरह थे।
- शिविरों में उत्पीड़न: उन्होंने RSS के कैंपों में सदस्यों द्वारा यौन और बिना वजह लाठियों से शारीरिक शोषण किए जाने का भी ज़िक्र किया।

‘सबसे विषैला संगठन’: RSS से दूरी बनाने की चेतावनी
आनंदु ने संगठन के प्रति अपनी तीव्र घृणा व्यक्त की। अपने अनुभव के आधार पर, उन्होंने समाज को एक कठोर चेतावनी दी:
“मैं जैसा RSS से घृणा करता हूँ, वैसा कोई अन्य संगठन से नहीं।… RSS सदस्य से कभी दोस्ती न करें। दोस्त ही नहीं, अगर परिवार का सदस्य- पिता, भाई या बेटा- हो तो भी उससे अपने जीवन से संबंध काट लें। वे विषैले हैं। असली शोषक वे हैं।”
उन्होंने दावा किया कि यह केवल उनकी कहानी नहीं है, बल्कि RSS कैंपों में कई अन्य बच्चे भी इसी तरह शोषित हुए हैं।
पुलिस जांच और राजनीतिक दबाव
आनंदु की मृत्यु के तुरंत बाद, थंपानूर पुलिस ने अप्राकृतिक मृत्यु का मामला दर्ज किया और शव का पोस्टमार्टम कराया।
- जाँच की स्थिति: पुलिस ने उनके इंस्टाग्राम पोस्ट को एक महत्वपूर्ण सुबूत मानते हुए प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है, लेकिन उनके परिवार की ओर से आत्महत्या के लिए उकसाने या यौन शोषण की कोई औपचारिक शिकायत (FIR) अभी तक दर्ज नहीं हुई है।
- DYFI की शिकायत: सत्ताधारी सीपीआई(एम) की युवा शाखा, डीवाईएफआई (DYFI) ने पुलिस को लिखित शिकायत देकर इन आरोपों की गहन और आपराधिक जांच की मांग की है। डीवाईएफआई नेताओं ने आनंदु के अंतिम शब्दों को “RSS की क्रूर विचारधारा और कार्यों” का खुलासा बताया है और आरएसएस कैंपों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है।
आनंदु अजी के पिता भी कोट्टायम में RSS से सक्रिय रूप से जुड़े थे, जिनकी कुछ साल पहले एक दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। आनंदु ने अपने पत्र में अपनी बहन के इंटरकास्ट रिलेशनशिप का भी समर्थन किया, जो उनके प्रगतिशील विचारों को दर्शाता है। यह घटना केरल के समाज और राजनीति में एक संवेदनशील मोड़ ला दिया है, जहाँ लोग पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए निष्पक्ष और त्वरित जांच की मांग कर रहे हैं।




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