ऋषिकेश उत्तराखंड में न सिर्फ खूबसूरत पर्यटन स्थलों के लिए जाना जाता है, बल्कि यहां का खानपान भी काफी लाजवाब है. घूमने आने वाले सभी पर्यटकों को यहां की सुंदरता, मंदिर और स्ट्रीट फूड खूब पसंद आते हैं. लेकिन इसके अलावा यहां कुछ अनोखे फल भी मिलते हैं, जिन्हें लोग बहुत पसंद करते हैं. आज हम बात कर रहे हैं ऐसे ही एक स्वादिष्ट फल राम कदमूल की.
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राम कदमूल खाने में जितना खट्टा-मीठा और लज़ीज़ है, उतना ही हमारे शरीर के लिए भी फायदेमंद होता है. ये फल ऋषिकेश से करीब 25 किलोमीटर दूर स्थित प्रसिद्ध श्री नीलकंठ महादेव मंदिर परिसर के बाहर मिलता है. राम कदमूल को बेचने वाले धर्मेश ने बताया कि इस फल को चित्रकूट और नाशिक का सूखा मेवा भी कहा जाता है. इसका स्वाद मीठा और ठंडा होता है. इस जंगली फल के आगे फेल है सेब अनार, कीमत धांसू स्मार्टफोन से भी ज्यादा
रामायण के अनुसार भगवान राम ने 14 साल के वनवास के दौरान कदमूल का सेवन किया था. कई जगहों पर कदमूल को राम फल के नाम से भी जाना जाता है. ये एक जंगली फल है, जिसकी खेती नहीं की जा सकती. ये खेतों और जंगलों में अपने आप उगता है. ऐसा कहा जाता है कि वनवास के दौरान भगवान राम, सीता और लक्ष्मण को अपना गुजारा करने के लिए जंगल का ही सहारा लेना पड़ा था और वहीं से जो कुछ मिलता था, खाते थे. इसे खाने के बाद जल्दी भूख नहीं लगती थी. दावा किया जाता है कि कदमूल का फल खाने से देर तक पेट भरा रहता था और ऊर्जा मिलती थी.
राम कदमूल के फायदे
आयुषमान हॉस्टल में कार्यरत डॉ. पारस (आयुर्वेद स्नातक) के अनुसार ये फल औषधीय गुणों से भरपूर होता है. उन्होंने बताया कि कदमूल फल कैल्शियम, आयरन और विटामिन सी से भरपूर होता है. साथ ही ये फल इम्यूनिटी बूस्टर भी है, जिसमें सर्दी-खांसी में भी इसका सेवन किया जा सकता है. कदमूल फल का सेवन करने से शरीर में आयरन की कमी दूर होती है. साथ ही हीमोग्लोबिन बढ़ता है. फल में विटामिन सी पाया जाता है. ये कोलेस्ट्रॉल कम करने में सहायक होता है.
कितनी होती है कीमत?
गौर करने वाली बात ये है कि ये पूरा फल काफी महंगा होता है. इसकी कीमत 15000 रुपये तक बताई जाती है. वहीं, इसका एक टुकड़ा 20 रुपये और 3 टुकड़े 50 रुपये में मिल जाते हैं.