Free Boring Yojana: मुफ्त बोरिंग योजना भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक पहल है जिसका उद्देश्य सूखे वाले क्षेत्रों में किसानों को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराना है। इस योजना के तहत, सरकार चयनित किसानों को उनके खेतों में बोरवेल (नलकूप) स्थापित करने में वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
यह भी पढ़े- AAI Bharti: एयरपोर्ट भर्ती के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 1 मई, सैलरी 1 लाख 40 हजार रु तक, ऐसे करे आवेदन
फ्री बोरिंग योजना में सब्सिडी
फ्री बोरिंग योजना के बारे में आपको बता दे की अनुसूचित जाति और जनजाति के किसानों को 10,000 रुपए, सीमांत किसानों को करीब 7,000 रुपए सब्सिडी और छोटी जोत वाले किसानों को 5,000 रुपए अनुदान दिया जायेंगा। इसके अलावा किसानों को पंपसेट किसानो को स्वय लगाना होंगा। वही यह योजना उत्तरप्रदेश राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही है.
फ्री बोरिंग योजना के लाभ
- किसानों को सिंचाई के लिए सस्ते और विश्वसनीय जल स्रोत तक पहुंच प्राप्त होती है।
- सूखे की स्थिति में फसल उत्पादन में सुधार होता है।
- किसानों की आय में वृद्धि होती है।
- भूमिगत जल स्तर को बचाने में मदद मिलती है।
फ्री बोरिंग योजना के लिए पात्रता
- लघु और सीमांत किसान योजना के लिए पात्र हैं।
- अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के किसानों को प्राथमिकता दी जाती है।
- किसान के पास बोरवेल स्थापित करने के लिए पर्याप्त भूमि होनी चाहिए।
फ्री बोरिंग योजना के लिए दस्तावेज
- किसान का आधार कार्ड
- आय प्रमाण-पत्र
- जाति प्रमाण पत्र (अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति किसानों हेतु)
- बैंक खाते का विवरण
- मोबाइल नंबर
फ्री बोरिंग योजना में आवेदन कैसे करें
- किसान राज्य सरकार द्वारा निर्धारित आवेदन पत्र भरकर योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- आवेदन पत्र आमतौर पर कृषि विभाग या जिलाधिकारी कार्यालय से प्राप्त किए जा सकते हैं।
- आवेदन पत्र के साथ आवश्यक दस्तावेज जमा करना होगा।
- इसकी अधिक जानकारी के लिए इसकी आधिकारिक वेबसाइट /minorirrigationup.gov.in पर जा कर देख सकते है.