Sriharikota, Andhra Pradesh, October 8, Janakranti News,, : —– इसरो (ISRO)इस महीने के अंत तक श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में मानवरहित ‘गगनयान’ प्रक्षेपण करने की तैयारी कर रहा है। इस मिशन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा “टेस्ट व्हीकल एबॉर्ट मिशन-1 (टीवी-डी1)” तैयार है। यह एक एकल चरण वाला तरल रॉकेट है। इसके दो भाग हैं. पहला है ‘क्रू मॉड्यूल’ जिसमें अंतरिक्ष यात्रियों को रखा जाता है और दूसरा है ‘क्रू एस्केप सिस्टम’ जो अंतरिक्ष यात्रियों को धरती पर लाता है।
आपातकालीन स्थिति में यह ‘क्रू एस्केप सिस्टम’ रॉकेट में मौजूद क्रू मॉड्यूल को सुरक्षित रूप से जमीन पर ले आएगा। नवीनतम शनिवार को, इसरो ने ट्विटर प्लेटफॉर्म पर टीवी-डी1 क्रू मॉड्यूल की तस्वीरें जारी कीं। मानवरहित प्रक्षेपण के हिस्से के रूप में, इसरो वैज्ञानिक 1,481 किमी प्रति घंटे की गति से टीवी-डी1 रॉकेट के आरोहण चरण के दौरान एक आपातकालीन स्थिति तैयार करेंगे।
इस क्रम में पृथ्वी से करीब 17 किलोमीटर की ऊंचाई पर क्रू मॉड्यूल को रॉकेट से अलग कर पैराशूट की मदद से श्रीहरिकोटा से 10 किलोमीटर दूर बंगाल की खाड़ी में उतारने की व्यवस्था की जाएगी. इसके तुरंत बाद, इसरो ने खुलासा किया कि भारतीय नौसेना के एक विशेष पोत के साथ एक गोताखोरी टीम जाएगी और क्रू मॉड्यूल को अपने कब्जे में ले लेगी। स्पष्ट है कि भविष्य में अंतरिक्ष यात्रियों को गगन यान से अंतरिक्ष में भेजने और उन्हें सुरक्षित पृथ्वी पर वापस लाने में आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए ये प्रक्षेपण परीक्षण किए जा रहे हैं।
— M Venkata T Reddy News Editor, MP Janakranti News