जामुन एक स्वादिष्ट और पौष्टिक फल है जिसकी मांग बाजार में हमेशा रहती है। इसकी खेती न केवल किसानों को आर्थिक लाभ पहुंचाती है बल्कि पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद होती है। जामुन की बढ़ती मांग के कारण इसकी खेती से किसान अच्छी आय प्राप्त कर सकते हैं। जामुन का पेड़ सूखे की स्थिति में भी जीवित रह सकता है। जामुन का पेड़ पर्यावरण को शुद्ध करने में मदद करता है और मिट्टी की गुणवत्ता को बेहतर बनाता है। जामुन की खेती में अन्य फसलों की तुलना में कम खर्च आता है। इसकी खेती बाजार और कम पानी वाली जमीन पर भी कर्फ़ सकते है. तो आइये जानते है इसके बारे में…
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जामुन की खेती
जामुन की खेती के लिए अच्छी जल निकासी वाली दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है। इसके लिए अच्छी किस्म के जामुन के पौधे का चयन करें। इसके पौधों को एक-दूसरे से कम से कम 10-12 फीट की दूरी पर लगाएं।जामुन के पौधों को नियमित रूप से पानी दें, खासकर गर्मियों के मौसम में। जामुन के पौधे लगाने पर 4 से 5 साल में फल आने शुरू हो जाते हैं.
जामुन की खेती से कमाई
जामुन की खेती से कमाई का देखे तो 8 से 10 साल बाद आप जामुन के पेड़ से 80 से 90 किलो तक फल का उत्पादन ले सकते हैं. आप एक हेक्टेयर में जामुन के 250 से ज्यादा पौधे लगा सकते हैं. और इन 250 जामुन के पेड़ से 20000 किलो तक फल प्राप्त कर सकते हैं. अभी मार्केट में जामुन 150 रुपये किलो बिक रहा है. इस तरह आप एक हेक्टेयर से जामुन की खेती कर 20 लाख रुपये से अधिक की कमाई कर सकते हैं.