Bhopal, 17 December, Jankranti News,: —- मध्य प्रदेश में जिस कांग्रेस पार्टी को इस बार सत्ता में आने की उम्मीद थी, उसे करारी हार का सामना करना पड़ा है। पीसीसी चीफ और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ जो यह कहने आए थे कि बीजेपी सरकार का कड़ा विरोध है और इस बार हम अटल बहुमत से सरकार बनाएंगे, उनकी बातें सच नहीं हुईं. विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने कमलनाथ की यह कहकर आलोचना की थी कि वह बीजेपी सरकार के खिलाफ ठीक से नहीं लड़ सके और उन्होंने चुनाव प्रचार में ढिलाई बरती और इसी वजह से कांग्रेस पार्टी को हार का सामना करना पड़ा. कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं का आरोप है कि कमलनाथ की वजह से इस विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी सिर्फ 66 विधानसभा सीटों पर सिमट गई. इसके चलते कांग्रेस पार्टी ने कमलनाथ को पीसीसी चीफ के पद से हटा दिया था. एआईसीसी ने ओबीसी नेता जीतू पटवारी को मध्य प्रदेश और प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) का प्रमुख नियुक्त करने का आदेश जारी किया है। कांग्रेस पार्टी नेतृत्व ने स्पष्ट किया है कि यह तुरंत प्रभाव से लागू होगा.
इससे कमलनाथ का राजनीतिक भविष्य संदिग्ध हो गया है. वह वर्तमान में 77 वर्ष के हैं। राज्य में बीजेपी अगले पांच साल तक सत्ता में रहेगी. पुनः चुनाव के समय वह 82 वर्ष के हो जायेंगे। किसी भी सूरत में कांग्रेस के केंद्र की सत्ता में वापसी के आसार नजर नहीं आ रहे हैं. इसलिए, राजनीतिक पर्यवेक्षकों का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ का कोई राजनीतिक भविष्य नहीं होगा और अब से उन्हें खुद को अपने घर तक ही सीमित रखना होगा।
—– M Venkata T Reddy, News Editor, MP Janakranti News,