खंडवा (जनक्रांति न्यूज़ ) जावेद एलजी: खंडवा 18 अगस्त, 2023 – राष्ट्रीय वाहक जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम अन्तर्गत राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिषन भोपाल के निर्देषानुसार मलेरिया बीमारी के प्रभावी नियंत्रण हेतु निर्धारित प्रोटोकॉल/उपचार नीति (राष्ट्रीय मलेरिया दवा नीति 2013) अनुसार मलेरिया पॉजिटिव रोगियों के उपचार से संबंधित प्रषिक्षण निजी चिकित्सकों का प्रषिक्षण 17 अगस्त को सिविल सर्जन मिटिंग हॉल जिला चिकित्सालय परिसर खंडवा में दिया गया। इस दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ओ.पी. जुगतावत ने बताया की सभी निजी चिकित्सक अपने क्लिनिक पर मलेरिया डेंगू के लक्षण वाले मरिजों का इलाज प्रोटोकॉल अनुसार करें।
यह प्रषिक्षण झोनल एनटोमोलॉजिस्ट डॉ. सी.एस. ष्षर्मा इन्दौर संभाग द्वारा दी गई जानकारी में बताया गया कि बुखार मलेरिया हो सकता है प्रत्येक बुखार के मरीजों की मलेरिया जाँच हो, एवं मरीज में मलेरिया पाये जाने पर दवानीति-2013 अनुसार उसका उपचार किया जाये। इस प्रकार डेंगू, चिकुनगुनिया जैसी बीमारियों पर रोकथाम व नियंत्रण हेतु इन बीमारियों को फैलाने वाले मच्छरों के उत्पत्ति स्थलों जैसेंः- सिमंेट टैंक, कूलर, गमले, नारियल के खोल, छतों पर रखे बर्तन,कबाड़ आदि स्थानों पर मच्छरों को पैदा होने से रोके। पानी के बर्तनों को हमेषा ढ़ककर रखे पानी भरने के स्त्रोतों को साप्ताहिक साफ-सफाई करें। मच्छरों के काटने से बचाव हेतु घरों में जालीदार दरवाजे, खिड़किया लगाये शाम के समय दरवाजे खिड़किया बंद रखें नीम की धुआ करें मच्छरदानी का उपयोग करें पूरी बाह के कपडेें पहने आदि उपाय बतायें।
प्रषिक्षण में एपिडीमियोलॉजिस्ट डॉ. योगेष शर्मा द्वारा बताया गया कि पलायन वाले मजदूरों की बुखार आने पर जाँच व उपचार किस प्रकार की जायें। इसी क्रम में जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. करणसिंह भूरिया द्वारा निजी चिकित्सको को बताया कि आप सभी बुखार से पीड़ित रोगी की रक्तपट्टी द्वारा जॉच अवष्य करावे एवं मलेरिया पॉजिटिव पाए जाने पर संबंधित मरीज की रक्तपट्टी सहित रिपोर्ट जिला मलेरिया कार्यालय को भेजे