Makka ki Varayti: देश में अधिकांश किसान मक्के की खेती करते है. मक्के की मांग साल भर बनी रहती है, मक्का एक बहुमुखी फसल है जिसका उपयोग विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों, औद्योगिक उत्पादों और मवेशी चारे के लिए किया जाता है। बता दे की इसकी खेती भी बड़े पैमाने पर की जाती है. इसकी कुछ किस्मे अत्यधिक बारिश और सूखे की मार सहने में सक्षम होती है. आपको बता दे की मक्के की फसल से अच्छी कमाई के लिए जरुरी है इसके उन्नत किस्मो के बारे में जानकारी होना तो आइये जानते है इसके बारे में….
मक्के की उन्नत वैरायटी
एमवीसी 300 मक्के की वैरायटी : मक्के की यह एक पीले दाने वाली किस्म है जो 105-110 दिनों में परिपक्व हो जाती है। इसकी औसत पैदावार 70-75 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है।
पीकेएमवी 1 मक्का वैरायटी: यह एक लोकप्रिय पीले दाने वाली किस्म है जो 60-65 दिनों में परिपक्व हो जाती है। इसकी औसत पैदावार 50-60 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक होती है।
एचक्यूपी 1 मक्का वैरायटी: मक्के की पीले दाने वाली किस्म है जो 70-75 दिनों में परिपक्व हो जाती है। इसकी औसत पैदावार 60-65 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है।
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शक्ति मक्के की वैरायटी : शक्ति मक्के की उन्नत वैरायटी है जो 85-90 दिनों में परिपकव हो जाती है। इसकी औसत पैदावार 65-70 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक होती है।
विवेक स्वीट मक्के की वैरायटी: मक्के की इस वैरायटी की बात करे तो यह मीठी मक्के की किस्म है जो 80-85 दिनों में परिपक्व हो जाती है। इसकी औसत पैदावार 50-55 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक होती है।





