Moongfali Varayti: भारत में तिलहन फसलों में सर्वाधिक मूंगफली की खेती की जाती है। मूंगफली की खेती से किसानों की अच्छी कमाई होती है। इसकी खेती करके किसान को लाखो का मुनाफा प्राप्त होता है। मूंगफली का इस्तेमाल देशभर में किया जाता है। इसका तेल को भी कई लोग उपयोग करते है। इसकी खेती के लिए करीब 4 महीने का समय लगता है। ये खेती की सही तकनीक पर भी निर्भर करता है। अगर आप भी मूंगफली के खेती करते है तो अच्छा मुनाफा प्राप्त कर सकते है। आइए जानते है मूंगफली की उन्नत वैरायटी के बारे में.
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N-13 मूंगफली वैरायटी
मूंगफली की इस वैरायटी के बारे में बता दे की यह वैरायटी प्रति एकड़ 12 क्विंटल तक उत्पादन देती है. और यह वैरायटी बुवाई के 125 से 130 दिन बाद खुदाई कर के फसल प्राप्त कर सकते हैं. इसकी खेती रेतीली भूमि में की जा सकती है.
RG-382 मूंगफली वैरायटी
आरजी 382 मूंगफली की एक अर्ध-बौनी वैरायटी है यह 115-120 दिन में पक जाती है। इसके इस से प्रति एकड़ 7 से 9 क्विंटल फसल की उपज होती है. इसकी खासियत में उच्च उपज, रोग प्रतिरोधक क्षमता, सूखा सहनशीलता और तेल की उच्च मात्रा शामिल हैं।
MA-10 मूंगफली वैरायटी
मूंगफली की एक उन्नत वैरायटी है. इस किस्म के दाने बड़े और हल्के गुलाबी रंग के होते हैं। यह मध्यम अवधि वाली किस्म है और 110-120 दिन में पक जाती है। यह किस्म सूखे की स्थिति के लिए सहनशील है। इनका प्रति हेक्टेयर उत्पादन 25 से 30 क्विंटल तक होता है.
M-548 मूंगफली वैरायटी
M-548 मूंगफली की एक अर्ध-बौनी और जल्दी पकने वाली वैरायटी है यह 110-120 दिन में पक जाती है। इस किस्म के दाने बड़े और हल्के गुलाबी रंग के होते हैं। इसकी बुवाई का उचित समय जून-जुलाई महीना है। इसकी औसत उपज 10-12 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है।