Bater Paalan: कम लागत में ज्यादा मुनाफा कमाने का बेहतरीन है बटेर पालन, साल भर में देती है लगभग 250 से 300 अंडे

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Bater Paalan: भारत में मुर्गीपालन और बत्तख पालन के बाद अगर कोई बेहतरीन बिजनेस आइडिया है तो वो है बटेर पालन का. इनके अंडे सेहत के लिए तो बहुत फायदेमंद होते ही हैं, साथ ही इनका मीट भी काफी पौष्टिक माना जाता है.

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भारत में बटेर पालन का स्कोप (Bharat Mein Batër Paalan Ka Scope)

अगर हम भारत में बटेर पालन की बात करें, तो इसकी सबसे ज्यादा खेती उत्तर प्रदेश में होती है. लेकिन सामान्यतः पूरे भारत के विभिन्न हिस्सों में बटेर पालन किया जाता है. मध्य भारत में भी ये तेजी से बढ़ता हुआ बिजनेस बन चुका है.

कम लागत में ज्यादा मुनाफा (Kam Lagat Mein Zyada Munafata)

बटेर पालन की खास बात ये है कि इसे कम लागत में शुरू किया जा सकता है. इसकी देखभाल भी ज्यादा जटिल नहीं है. साथ ही इनकी ग्रोथ रेट यानी बढ़ने की रफ्तार भी काफी अच्छी होती है. मादा बटेर मात्र 6 से 7 हफ्तों में ही अंडे देना शुरू कर देती है. एक मादा बटेर साल भर में लगभग 250 से 300 अंडे देती है.

बटेर पालन के फायदे (Batër Paalan Ke Fayde)

बटेर पालन में दाना यानी खाने का खर्च भी बहुत कम आता है. साथ ही बटेर बीमारियों से भी काफी कम बचते हैं. बाजार में बटेर के मीट और अंडों की अच्छी खासी डिमांड रहती है. इन्हें आसानी से लोकल मार्केट या आसपास के शहरों में बेचा जा सकता है. आमदनी और रोजगार के लिहाज से बटेर पालन एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है.

बटेर पालन: कब तैयार होता है बटेर (Batër Paalan: Kab Taiyaar Hota Hai Batër)

बटेर पालने वाले किसानों का कहना है कि बटेर साल में 5 से 6 बार अंडे देती है. इनमें से एक चूजा होता है. इन्हें पालकर बड़ा किया जाता है. बटेर करीब 45 से 50 दिनों में बिकने के लिए तैयार हो जाती है. इस बिजनेस की खास बात ये है कि इन्हें बेचने के लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं पड़ती. व्यापारी और गांव वाले खुद ही आकर खरीद लेते हैं. बटेर को बाजार का दाना नहीं खिलाया जाता है, बल्कि इन्हें खुद का बनाया हुआ दाना खिलाया जाता है.

बटेर पालन में रखें इन बातों का ध्यान (Batër Paalan Mein Rakhen In Baaton Ka Dhyan)

बटेर पालन के दौरान फार्म में साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखना चाहिए. फिलहाल शुरुआती दौर में दो हजार बटेरों को पाला जा रहा है. वहीं इसे आगे और बढ़ाने की भी योजना है. अगर आप 50 से 60 हजार रुपये का निवेश करके बटेर पालन शुरू करते हैं, तो अच्छी कमाई कर सकते हैं. एक बटेर के चूजे की कीमत 18 से 20 रुपये के करीब होती है. इसे पालने में 30 से 35 रुपये का खर्च आता है और 60 से 80 रुपये में आसानी से बिक जाता है.

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बटेर पालन: जरूरी सुझाव (Batër Paalan: Jaruri Sujhav)

बटेर पालन के लिए जो शेड बनाया जाता है, उसमें हवा और रोशनी का उचित प्रबंध होना बहुत जरूरी है. साथ ही नर और मादा बटेरों का सही अनुपात होना चाहिए. वहीं बटेर के चूजों को शुरुआती दो हफ्तों तक रोशनी की जरूरत होती है. साथ ही गर्मी देने के लिए बिजली का लाइट भी लगाना पड़ता है. एक किलो बटेर का मीट तैयार

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